Weather update: बदलेगा मौसम का मिजाज, Haryana में 27 को तेज बारिश और ओलावृष्टि के आसार
मौसम एक बार फिर करवट लेगा। कल तेज बारिश होगी। इससे किसानो को काफी नुकसान भी हो सकता है। वहीं कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
पानीपत, जेएनएन। मौसम विभाग ने एक बार मौसम बदलाव के संकेत दिए हैं। शुक्रवार को मौसम यू-टर्न लेगा और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज बरसात के साथ कई हिस्सों में ओलावृष्टि भी हो सकती है। हालांकि बरसात एक दिन ही होगी, लेकिन यह फसल के लिए घातक हो सकता है। क्योंकि इस समय गेहूं की फसल तैयार खड़ी है। पहले से मौसम की मार झेल रहे किसान अब ओर परेशानी नहीं झेल पाएंगे। अब बरसात हुई तो फसलों को व्यापक नुकसान हो सकता है।
वीरवार को अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 87 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को घटकर 56 फीसदी दर्ज की गई। हवा 3.2 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बरसात हो सकती है। अधिकतम तापमान में भी गिरावट संभव है।
लॉक डाउन के बीच बिगड़ते मौसम ने बढ़ाई किसान की चिंता
कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन है। इससे किसान पहले ही अपनी फसलों को लेकर परेशान है। वहीं ऊपर से एक बार फिर मौसम के बिगड़े मिजाज ने किसानों के माथे पर ङ्क्षचता की लकीर खींच दी है। उन्हें खतरा है कि एक बार फिर बारिश व ओलावृष्टि हुई तो बची फसल भी बर्बाद हो जाएगी। हालांकि सरकार ने 20 अप्रैल से फसलों की खरीद शुरु शुरु कराने की घोषणा कर दी है।
फसल भी पककर तैयार
किसान अजब सिंह वासी नारायणा ने बताया कि उसने चार एकड़ में सरसों और चौदह एकड़ में गेहूं की खेती कर रखी है। सरसों की फसल पक कर तैयार है। उसे कटवाए तो मंडी में खरीद नहीं हो रही है। नहीं कटवाए तो ऊपर से मौसम हर रोज बिगड़ रहा है। बारिश हुई तो फसल खेत में ही बर्बाद हो जाएगी। दूसरी तरफ गेहूं की फसल पकने जा रही है। उन्होंने कहा कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन सरकार का सही कदम है। किसान इसमें सहयोग कर रहे हैं, लेकिन सरकार को भी उसकी फसलों की बिक्री को लेकर कोई न कोई समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने 20 अप्रैल से फसलों की खरीद की घोषणा की है, लेकिन जो सरसों की फसल पक चुकी है, उसका किसान क्या करे। किसान ने सरकार से सरसों की फसल की खरीद शुरु कराने की मांग करते हुए कहा कि सरकार सरसों खरीद में ऐसी कोई प्रक्रिया अपनाएं, जिससे मंडी में ज्यादा किसान न आ पाए। ताकि लॉकडाउन पालना के साथ किसान की समस्या का भी हल निकल सके। क्योंकि किसान का जीवन खेती पर ही निर्भर है।
बिगड़ रहा है मिजाज
पिछले दो दिन से कभी पूरबा तो कभी पछुआ हवा चलने के साथ आसमान में लगातार बादल छा रहे हैं। हलकी बूंदाबांदी भी हो चुकी है। ऐसे में बिगड़ता मौसम किसान के लिए नुकसान दायक साबित होगा। जबकि पहले हुई बारिश और ओलावृष्टि से ही उसकी गेहूं और सरसों आदि फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।