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लगातार 12 घंटे से हो रही बारिश ने बिगाड़ा मौसम का मिजाज, तापमान में गिरावट Panipat News

पानीपत सहित आसपास के इलाकों में लगातार 12 घंटे से बारिश हो रही है। बारिश की वजह से ठंडक बढ़ गई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 11:25 AM (IST)Updated: Thu, 28 Nov 2019 11:34 AM (IST)
लगातार 12 घंटे से हो रही बारिश ने बिगाड़ा मौसम का मिजाज, तापमान में गिरावट Panipat News

पानीपत, जेएनएन। पानीपत सहित आसपास के जिलों में पिछले 12 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। इससे ठंडक बढ़ गई है। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट रही। तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से तीन अंक कम रहा। वहीं बिजली आपूर्ति भी करीब 12 घंटे से बाधित रही। 

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बुधवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। साढ़े नौ बजे हल्की बूंदाबांदी रही। शाम को बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार 5 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बारिश होने के साथ ठंडक बढ़ गई। बारिश से सब्जी मंडी में कीचड़ भर गया। जिससे मंडी में आने वाले किसानों सहित सब्जी खरीदने वालों की परेशानी झेलनी पड़ी। अनाज मंडी में शाम को धान की फसल भी भीग गई। 

अभी 24 घंटे बारिश का अनुमान

मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 24 घंटे में बारिश का अनुमान है। अब सर्दी में इजाफा होगा। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फ पडऩे का असर भी मैदानी क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। वातावरण में नमी का स्तर 89 प्रतिशत रहा। जिले में मंगलवार को समालखा में हल्की बारिश हुई थी। अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रदूषण स्तर में सुधार 

बारिश होने से प्रदूषण स्तर में सुधार रहा। बृहस्पतिवार देर रात  10 एयर क्वालिटी इंडेक्स 130 रहा। मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार को बारिश होने की संभावना है। तापमान अधिकतम 23 डिग्री व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

रात में सात घंटे बंद रही चार फीडरों की बिजली सप्लाई

बीती रात भी 7 घंटे कस्बे के चार फीडरों की बिजली सप्लाई बंद रही। कस्बे की आधे से अधिक आबादी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। बुधवार दिन में भी बूंदाबांदी से ग्रामीण व शहरी फीडरों में कट लगते रहे। लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। रात 11 बजे सिटी, जीटी रोड, मिनी सचिवालय व अनाज मंडी फीडर की सप्लाई बंद हो गई थी, जो बुधवार सुबह 5.50 में बहाल हुई। रातभर लाइट नहीं रहने से उपभोक्ताओं को विभिन्न तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं आज दिन में सुबह से ही बूंदाबांदी शुरू रहने से दिनभर कट और परमिट का दौर चलता रहा। लाइन के ट्रिप होने के डर से एचएसआइआइडीसी, जीटी रोड, लाइन पार, मिनी सचिवालय, आश्रम, बिहौली जीटी व अनाज मंडी फीडरों पर कट लगते रहे। मौसम का असर बिजली सप्लाई व्यवस्था पर साफ दिखाई दिया। रात में अर्बन फीडर में लंबा कट लगने का कारण जहां कर्मचारी लाइन लॉस बता रहे हैं। वहीं एसडीओ वतन सेढ़ा ने इससे इन्कार किया है। उन्होंने कहा कि सामान्य कारणों से ये कट लगे हैं। बारिश में इस तरह की दिक्कत हो जाती है।

बूंदाबांदी से गेहूं की बिजाई प्रभावित

मौसम में बदलाव के बाद बुधवार को बूंदाबांदी से गेहूं की बिजाई का काम प्रभावित हुआ है। वहीं किसान खेतों में खड़ी धान की फसल से लेकर मंडी में पहुंचे धान को लेकर ङ्क्षचतित दिखे। वहीं कृषि विशेषज्ञों की किसानों को सलाह है कि वे बूंदाबांदी होने तक गेहूं की बिजाई न करे। क्योंकि बूंदाबांदी होने या फिर हलकी बारिश से बिजाई की गई गेहूं की फसल पर करंड होगी। इससे जमाव सही से नहीं हो पाएगा। 

जिले में 75 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है बिजाई

जिले की बात करे तो 85 हजार हेक्टेयर में बिजाई होनी है। करीब 75 हजार हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी है। सिर्फ दस हजार हेक्टेयर ही रकबा बचा है। सप्ताह भर में ही बचे रकबे में बिजाई होने की संभावना है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक पानीपत डॉ. वीरेंद्र आर्य का कहना है कि 25 अक्टूबर से 20 नवंबर तक गेहूं की एचडी 2967, 3086, डीबीडब्ल्यू 17 आदि अगेती किस्म की बिजाई का उत्तम समय था। पछैती बिजाई के लिए किसान राज 3765, डब्ल्यूएच 283, डब्ल्यूएच 1021 व डब्ल्यूएच 1124 किस्म का प्रयोग करे। उन्होंने बताया कि जैसे बिजाई का समय लेट होगा, वैसे ही पैदावार में फर्क आएगा। क्योंकि बिजाई के समय औसतन ताप लगभग 22 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। जिसमें अब बदलाव आ रहा है। 

ज्यादा नहीं पड़ेगा असर

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एसडीओ राजेश भारद्वाज का कहना है कि गेहूं की जो फसल बिजाई के बाद उग चुकी है। उसके लिए बूंदाबांदी फायदेमंद है। जबकि जो उग नहीं पाई है, उसके लिए कम बूंदाबांदी नुकसानदायक होगी। क्योंकि इससे परत पर करंड आ जाएगी। उन्होंने कहा कि बूंदाबांदी जारी रहती है तो किसानों को बिजाई रोकने में कोई दिक्कत नहीं होगी। अभी सप्ताह भर से ज्यादा दिन तक और बिजाई हो सकेगी। 


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