वार्ड नौ में सीवर योजना अटकी, दो बार एस्टीमेट रद
जागरण संवाददाता, पानीपत : काम कैसे लटकाया जाता है, ये समझना हो तो सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली
जागरण संवाददाता, पानीपत :
काम कैसे लटकाया जाता है, ये समझना हो तो सरकारी विभागों की कार्यप्रणाली देख लिजिए। वार्ड नंबर नौ के लोगों ने पानी निकासी का मुद्दा उठाया तो विभाग ने यह कह दिया है कि नए वर्ष पर नगर निगम इसे देखेगा। इस दलील के साथ ही कम से कम छह महीने के लिए वार्ड के लोग गंदे पानी को झेलते रहेंगे।
पानी की निकासी करवाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने गत मई माह में 46 करोड़ का एस्टीमेट चंडीगढ़ मुख्यालय को भेजा था। बड़ा बजट होने के कारण इस प्रस्ताव को रद किया गया। टुकड़ों में काम करवाने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने 6 करोड़ रुपये का एस्टीमेट भेजा लेकिन इस प्रस्ताव को भी स्वीकृति नहीं मिल सकी। अब जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डालते हुए कहा कि सीवर तथा पानी का काम नगर निगम करवाएगा। 15 मार्च के बाद जनस्वास्थ्य विभाग की छह डिविजन नगर निगम में मर्ज हो जाएगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठ गए खाली : 15 मार्च तक जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी खाली बैठने पर मजबूर हो गए हैं। नए काम वे करवा नहीं पा रहे है। पुराने विकास कार्य खत्म हो रहे हैं। तीन माह बाद जनस्वास्थ्य विभाग नगर निगम में मर्ज होगा। पानी आपूर्ति तथा सीवरेज प्रणाली की छह डिविजन नगर निगम में जाएंगी।
वार्ड नौ में सीवर का एस्टीमेट भेजा हुआ है लेकिन स्वीकृति नहीं मिली है। मार्च माह से शहरी क्षेत्र में सीवर तथा पानी आपूर्ति का कार्य नगर निगम के शिफ्ट हो जाएगा। उसके बाद नए काम होंगे। अभी पुराने काम ही पूरे किए जा रहे हैं।
विक्रम राव, एक्सईएन जनस्वास्थ्य विभाग पानीपत ।