अब लीज पर जमीननहीं दे सकेगा वक्फ बोर्ड, हरियाणा सरकार ने लगाई रोक
दीपक बहल, अंबाला प्रदेश में हरियाणा वक्फ बोर्ड अब एक गज जमीन का टुकड़ा भी लीज पर नहीं दे सकेगा। प्
दीपक बहल, अंबाला
प्रदेश में हरियाणा वक्फ बोर्ड अब एक गज जमीन का टुकड़ा भी लीज पर नहीं दे सकेगा। प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही जमीन लीज पर दी जाएगी। इसकी वजह बेशकीमती जमीन को कौड़ियों के भाव लीज पर दे देना है।
गौरतलब है कि वक्फ के स्वामित्व वाले भूखंडों को तीन साल तक लीज पर देने का अधिकार बोर्ड के पास था, जिसे अब छीन लिया गया है। तीन साल से अधिक लीज की फाइलें सरकार तक जाती थीं। अब गृह विभाग ने आदेश जारी दिया है कि कोई भी लीज सरकार की अनुमति बिना न की जाए।
सूत्रों के अनुसार गुरुग्राम में बेशकीमती करीब चार हजार गज जमीन को लीज पर देने की फाइल हरियाणा वक्फ बोर्ड से गृह विभाग के पास पहुंची। यह जमीन की रिहायशी लीज पहले तीन साल थी जो खत्म हो चुकी है। इस जमीन की लीज तीस साल करने के लिए किराएदार ने आवेदन किया था। तीस साल की लीज करने का अधिकार राज्य सरकार के पास है। ऐसे में यह फाइल गृह विभाग के पास तीस साल की लीज करने की सिफारिश कर भेज दी गई। गृह सचिव एसएस प्रसाद ने इस फाइल को लौटा कर पूछा कि इसमें क्या क्या औपचारिकता पूरी की गई है। जमीन लीज पर देने के लिए नेशनल न्यूज पेपर में विज्ञापन दिया गया या फिर किस पेपर में, लीज पर जमीन लेने के लिए नए किराएदारों ने क्या क्या किराया देने के लिए आवेदन किया है, ऐसे कई ¨बदुओं पर जवाब मांगा गया है। इस फाइल के साथ पत्र लिखकर कहा गया जो भी जमीन लीज पर दी जाए, उसकी अनुमति पहले लीजिए। उधर, गृह सचिव एसएस प्रसाद ने कहा एक्ट के मुताबिक ही लीज जमीन पर देने का प्रावधान है।
प्रदेश में 23 हजार वक्फ संपत्तियां हैं किराए पर
हरियाणा वक्फ बोर्ड की प्रदेश में 12505 वक्फ संपत्तियां हैं, जिनमें से 8190 वक्फ यूनिट्स ग्रामीण क्षेत्र तथा 4315 शहरी क्षेत्र में हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आने वाली वक्फ संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 129269 कनाल 03 मरला 20 गज है, जबकि शहरी क्षेत्र में आने वाली वक्फ संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 166753 कनाल 00 मरला 15 गज है। सभी संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 20919.3 एकड़ है। राज्य में 23000 वक्फ संपत्तियों को किराए पर दिया गया है, इनमें 25 पर्सेंट संपत्तियां कॉमर्शियल हैं, 60 फीसद आवासीय उद्देश्य के लिए किराए पर दी गई हैं और 15 फीसद वक्फ भूमि कृषि के लिए दी गई है। इनसे करीब 16 करोड़ की आमदमनी 2016-17 में बोर्ड को हुई। 2017-18 में आमदमनी का आंकड़ा जून में पता चलेगा। इससे ही वक्फ कर्मियों व अधिकारियों की तनख्वाह और अन्य खर्चें चलते हैं।
लीज पर देने में होता है खेल
अंबाला शहर में पालिका विहार स्थित हरियाणा वक्फ बोर्ड की बहुमूल्य जमीन का अलॉटमेंट विवादों में घिर गया है। इस जमीन पर गैर कानूनी ढंग से प्लाट काटकर करोड़ों रुपयों का खेल किया जा रहा है। लीज होलडर 15 से 20 लाख रुपये प्लाट काटकर बेच जा रहा हैं जबकि प्लाट मालिकों को कोई रसीद नहीं दी जा रही। लेकिन प्लाट मालिकों को बोर्ड का किराएदार बनवाने में मदद जरूर की जा रही है। इस जमीन की लीज 2019 तक है, इससे पहले किराएदार प्लाट काटकर करोड़ों का खेल कर रहा है।