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वोट है कीमती, चूल्हा चौका छोड़ करेंगे मतदान

देश की सबसे बड़ी पंचायत (संसद) में प्रतिनिधि चुनने के लिए 12 मई को मतदान होना है। संविधान में महिलाओं को भी वोटिग का बराबर अधिकार दिया है। चूल्हा-चौका बाद में सबसे पहले मतदान करेंगी। जनप्रतिनिधियों को सैलरी-भत्तों के रूप में बड़ी रकम मिलती है भरपाई जनता के चुकाए टैक्स से होती है। जाति-धर्म-पार्टी को नहीं उम्मीदवार की खूबियों को पहचान कर मतदान करना है। समाज में महिलाओं को इसके लिए प्रेरित करना है। एक एक वोट कीमती है। सेक्टर 29 पार्ट-टू स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित हर वोट कुछ कहता है (प्री-चर्चा) में शहर की शिक्षित महिलाओं ने बेबाकी से कुछ ऐसे ही विचार व्यक्त किए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 May 2019 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 07:30 AM (IST)
वोट है कीमती, चूल्हा चौका छोड़ करेंगे मतदान
वोट है कीमती, चूल्हा चौका छोड़ करेंगे मतदान

जागरण संवाददाता, पानीपत : देश की सबसे बड़ी पंचायत (संसद) में प्रतिनिधि चुनने के लिए 12 मई को मतदान होना है। संविधान में महिलाओं को भी वोटिग का बराबर अधिकार दिया है। चूल्हा-चौका बाद में, सबसे पहले मतदान करेंगी। जनप्रतिनिधियों को सैलरी-भत्तों के रूप में बड़ी रकम मिलती है, भरपाई जनता के चुकाए टैक्स से होती है। जाति-धर्म-पार्टी को नहीं, उम्मीदवार की खूबियों को पहचान कर मतदान करना है। समाज में महिलाओं को इसके लिए प्रेरित करना है। एक एक वोट कीमती है। सेक्टर 29, पार्ट-टू स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित हर वोट कुछ कहता है (प्री-चर्चा) में शहर की शिक्षित महिलाओं ने बेबाकी से कुछ ऐसे ही विचार व्यक्त किए। आधी आबादी ने गिनाए ये बड़े मुद्दे :

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-बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ में फीमेल की सुरक्षा को भी जोडें़।

-महिला थाना की तर्ज पर महिलाओं के लिए विशेष बैंक खुलें।

-महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार पुलिस को चुस्त-दुरुस्त करे।

-पानीपत में लड़कियों के लिए नए कॉलेज खोले जाएं।

-शहरवासियों को टोल टैक्स से मुक्ति मिलनी चाहिए।

-पॉलिथिन की बिक्री पर प्रतिबंध लगे, साफ-सफाई दुरुस्त हो।

-रेलवे स्टेशन और बस अड्डा अत्याधुनिक बनना चाहिए।

-फ्लाईओवर को जीटी रोड से कनेक्ट किया जाना चाहिए।

-देश की सुरक्षा का खर्च बढ़ाया जाए।

-दिल्ली से करनाल तक मेट्रो ट्रेन चलाई जाए।

-ऑटो चालकों की मनमानी रोकने के लिए सिटी बसें चलें। नेता नहीं, जनसेवक बनकर काम करें

हम जिसे सांसद चुनकर भेजते हैं, जीतने के बाद नेता बन जाता है। उसे सेलरी-भत्ते के रूप में हर माह जो रकम मिलती है, वह हमारे चुकाए टैक्स से होती है। प्रत्याशियों से अपील है कि नेता बनकर नहीं, जनसेवक बनकर काम करें जिससे हर बार चुने जाएं। महिलाओं से अपील है कि इस बार रसोई में एंट्री बाद में, सुबह पहले मतदान करें। उम्मीदवार का बैकग्राउंड देखकर, जो ईमानदार होगा उसे चुनेंगे।

वनिता राय, एनएफएल मतदान कर निभाएंगी कर्तव्य

महिलाओं की सबसे बड़ी चिता सुरक्षा को लेकर रहती है। छेड़छाड़, चेन-पर्स स्नेचिग और दुष्कर्म जैसी घटनाएं अखबारों में पढ़ने को मिलती हैं तो बड़ा दु:ख होता है। बेशक यह कानून-व्यवस्था का मामला है, लेकिन केंद्र सरकार को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ में महिलाओं की सुरक्षा को भी जोड़ लेना चाहिए। इस बार मैं किसी पार्टी को नहीं, बल्कि उम्मीदवार की खूबियों को ध्यान में रखकर वोट करने वाली हूं।

डॉ. नितिका भाटिया, मॉडल टाउन देशहित में मतदान जरूर करें

मैं अरुणाचल की मूल निवासी हूं और वहां अपना मतदान कर चुकी हूं। यहां अंसल में रह रही हूं। मुद्दे और समस्याएं तो बहुत हैं, हमें समाधान तलाशना है। यातायात जाम, अपराध, गंदगी, पेयजल की किल्लत जैसी समस्याएं तभी दूर हो सकती हैं, जब जनता की आवाज उठाने वाला कोई हो। यह शत-प्रतिशत मतदान से ही संभव है। सभी महिलाओं से अपील है कि किसी से कहने से नहीं, अपने विवेक से वोट करें।

डॉ. रजनी जायसवाल, अंसल हर वोट अमूल्य है

अपना शहर हो या देश का कोई अन्य शहर। सबसे बड़ी समस्या है कि कानून तो हर बात के लिए है, उस पर सख्ती से अमल नहीं होता। स्कूल के छात्र-छात्राएं स्कूटी-कार चला रहे हैं। अच्छे व्यक्ति को चुनकर भेजेंगे तो वह संसद या दूसरे मंचों पर देशहित में बने कानूनों पर बहस करेगा। ये बिल्कुल न सोचें कि एक वोट से कुछ नहीं होता, एक-एक वोट से एक प्रतिशत बनता है, यह अंतर जीत-हार का कारण बन जाता है।

आशा मित्तल, सेक्टर 25 जाति-पार्टी से हटकर डालें वोट

मैं अग्रवाल महिला संगठन से जुड़ी हूं। समाजसेवी होने के नाते, देश के लिए कुछ करना मेरा पहला कर्तव्य है कि देशहित में खुद मतदान करूं और आसपास के लोगों को बूथ तक लेकर जाऊं। नया सांसद कोई बने, सरकार किसी दल की बने, लेकिन जाति-धर्म से ऊपर उठकर मतदान करना है। वोट की कीमत का इसी से अनुमान लगा लीजिए कि पार्षद का चुनाव लड़ा और मात्र 40 वोटों से हार गई।

नीरजा सिगला, सेक्टर 12 अपराध पर लगे लगाम

अपराध वृद्धि पानीपत की ही नहीं, पूरे हरियाणा की समस्या बनी हुई है। इसे कंट्रोल में रखने के लिए सांसद को जनता की आवाज बनना चाहिए। पुलिस चुस्त-दुरुस्त हो, इसके लिए पॉलिसी बने। पानीपत से हजारों महिलाएं दिल्ली और आसपास नौकरी करने जाती हैं। इनके लिए यातायात के साधन बढ़ाए जाएं। मतदान के लिए सभी से अपील, पहले करें मतदान-इसके बाद घर के काम।

सुदेश बंसल, सेक्टर 25 महिलाओं के प्रति पुलिस बने संवेदनशील

शहर की पुलिस महिलाओं के प्रति संवेदनशील नहीं है। गलती से कोई हेलमेट नहीं लगाए या यातायात नियम तोड़ दे तो पुलिस रोककर चालान कर देती है। ऑटो चालक, कैब में स्टीरियों पर अश्लील गाने बजते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। छेड़खानी के मामलों में भी पुलिस शिकायत का इंतजार करती है। सुधार तभी संभव है, जब कोई मजबूत सरकार और जनप्रतिनिधि चुना जाए।

शिक्षा बंसल, सेक्टर 25 टोल से मुक्ति दिलाओ

शहर का नागरिक दिल्ली-करनाल जाए या उत्तर प्रदेश, सभी दिशाओं में टोल टैक्स चुकाना पड़ रहा है। कोई ऐसा नेता आए जो इससे मुक्ति दिलाए। अब हर महिला का बैंक में खाता खुला हुआ है, इसलिए महिलाओं के लिए अलग बैंक खुलने चाहिए, जहां स्टाफ भी फीमेल हो। उम्मीद पर दुनिया कायम है, हम भी ऐसा प्रत्याशी चुनकर भेजेंगे, जिससे यह आशा रहेगी कि वह दु:ख-सुख में साथ खड़ा दिखेगा।

कैलाश गुप्ता, सेक्टर 12 बुनियादी सुविधाएं जरूर मिले

मतदाता इसलिए जनप्रतिनिधि चुनकर लोकसभा और विधानसभा में भेजता है, जिससे वह जनता की आवाज बनकर विकास कार्यो के लिए अधिक से अधिक फंड लाए। बूंद-बूंद से सागर भरता है, इसलिए हम सभी वोट करें ताकि अच्छा प्रतिनिधि चुना जाए। महिलाओं के लिए घर का बजट बहुत मायने रखता है। चुने जाने वाले सांसद से उम्मीद रहेगी कि जब भी महंगाई बढ़े, वो खुलकर उसका विरोध करें।

शबनम, गोशाला मंडी नशीले पदार्थो की बिक्री पर लगे पूर्ण विराम

कॉलोनियों में शराब के ठेके खुल गए हैं। जगह-जगह नशीले पदार्थो की बिक्री हो रही है। इनके सेवन से किशोर-युवाओं का जीवन बर्बाद हो रहा है। देश में सरकार किसी की भी बने, मेरी मांग है कि नशीले पदार्थो की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित होनी चाहिए। मतदान के विषय में एक बात कहूंगी कि यदि आप किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं करना चाहते तो नोटा का बटन दबाएं, लेकिन बूथ तक जरूर जाएं।

सीमा अग्रवाल, अंसल पार्टी नहीं, प्रत्याशी को वोट

जनमानस एक नेता से उम्मीद करता है कि उसे सभी बुनियादी सुविधाएं मिलें। राष्ट्र सुरक्षित रहे। रोजगार के अवसर बढे़ं। सभी को रोटी, कपड़ा, मकान और चिकित्सा मिले। इस बार पार्टी को नहीं, ऐसे उम्मीदवार को वोट करना है जो इन विषयों पर गंभीर रहे। मजबूत लोकतंत्र, सक्षम राष्ट्र के लिए मतदान अवश्य करना चाहिए।

रजनी बेनीवाल, तहसील कैंप इस बार मतदान हो शत-प्रतिशत

अब तक जिन राज्यों में मतदान हुआ है, वहां के आंकड़े 55-60 प्रतिशत के आ रहे हैं। हम सरकार के सामने अपनी डिमांड रखने के तभी हकदार हैं, जब हमने उसे वोट दी हो। जो लोग वोट नहीं करते वो अप्रत्यक्ष रूप से देश का नुकसान करते हैं। इस बार सभी मतदान करें। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर न होना, सरकारी स्कूल-अस्पतालों की दुर्दशा पर ध्यान देने की बहुत जरूरत है।

डॉ. श्रेया मिड्ढ़ा, अंसल अभी तक नोटा का विचार

मेरे जैसे हजारों मतदाता ऐसे होंगे, जो तय नहीं कर सके हैं कि इस बार किसे वोट करें। एक पर आरोप है कि वो फोन नहीं उठाते, दूसरे नए हैं और तीसरे-चौथे पानीपत के नहीं हैं। किससे उम्मीद की जाए कि जीतने के बाद वे जनता के साथ खड़े दिखेंगे। मुझे तो अभी तक नोटा ही ठीक दिख रहा है। शहर में एक ऐसा शेल्टर होम बने, जिनके पास घर नहीं हैं, वे उसमें रह सकें।

पूजा सक्सेना, होटल वेस्ट बिजली किल्लत, बड़ी दिक्कत

शहर हो या गांव, बिजली किल्लत बड़ी समस्या बनी हुई। इसका समाधान जरूरी है। किसे मतदान करना है, इस पर कहूंगी कि बेटी के लिए वर और बेटे के लिए बहु चुनते समय पूरी खोजबीन करते हैं। यहां भी हम प्रतिनिधि चुनने वाले हैं, इसलिए सोच-समझकर मतदान करें। हर वोट अमूल्य है, इसलिए घर न बैठें, वोट करें। नए वोटरों से अपील है कि इस महापर्व का आनंद उठाएं।

सोनिया कश्यप, विर्क नगर


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