दोहरे हत्याकांड में एसपी के पास पहुंचे ग्रामीण, बताया जान का खतरा
जागरण संवाददाता पानीपत बांध गांव में इसराना गांव के मनीष और सतीश पहलवान की हत्या के माम
जागरण संवाददाता, पानीपत : बांध गांव में इसराना गांव के मनीष और सतीश पहलवान की हत्या के मामले में इसराना के ग्रामीण एसपी मनीषा चौधरी के कार्यालय में पहुंचे। यहां इन्होंने आरोप लगाया कि हत्या आरोपित खुले में घूम रहे हैं। पीड़ित परिवारों को जान का खतरा है।
आरोपितों ने वारदात के तीन दिन बाद पुलिस के साथ मिलीभगत करके मरने वाले युवकों व बांध के विकास के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करा दिया। इस मामले से हत्या आरोपित केस में राहत पाने की फिराक में हैं। मृतक मनीष के भाई और उनके ताऊ श्रीकृष्ण ने बताया कि वे पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है। इस मामले में जल्द ही गृहमंत्री अनिल विज और आइजी करनाल से मिलेंगे।
समझौता कराने का झांसा देकर भाई व दोस्त को मार डाला
इसराना के मनीष के छोटे भाई प्रवीण ने बताया कि 14 अगस्त को बांध गांव के धर्मपाल के कोहंड स्थित ढाबे पर झगड़ा हुआ था। धर्मपाल ने बांध के विकास, इसराना के सतीश पहलवान सहित कई युवकों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज करा दिया था। 17 अगस्त की इसी मामले में समझौता कराने के लिए धर्मपाल ने घर बुलाया था। इसके बाद धर्मपाल ने साजिश के तहत स्वजनों के साथ मिलकर धारदार हथियारों और रॉड से हमला कर मनीष व सतीश को पीटा। इसके बाद दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है।
सरपंच सहित सात लोगों ने विकास से जान का खतरा बताया
हत्या के आरोपित धर्मपाल पक्ष के साथ सरपंच गुलाब सिंह और अन्य काफी ग्रामीण 27 अगस्त को एसपी मनीषा चौधरी से मिले। उन्होंने एसपी को बताया कि सरपंच गुलाब सिंह, बेटे रविद्र, सतेंद्र, ग्रामीण भूपेंद्र, जोगिद्र, राममेहर और आजाद को विकास से जान का खतरा है। विकास का भाई व मां गोली मरवाने की धमकी दे रहे हैं।
हत्या के पांच आरोपित हैं, विकास की भी तलाश
इस मामले की जांच अधिकारी सीआइए-थ्री प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मनीष और सतीश की हत्या के आरोपित ढाबा संचालक धर्मपाल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हत्या के प्रयास के आरोपित विकास की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई है। विकास को करनाल के घरौंडा थाने की पुलिस लूट के मामला में ढूंढ रही है।