यमुनानगर में एसडीओ व जेई को बनाया बंधक, एक्सइएन बात करने गए तो उन्हें भी बैठाया
यमुनानगर में एक बार फिर बिजली चोरी पकड़ने गई टीम को बंधक बनाया गया। यमुनानगर के गांव भोगपुर में बिजली चोरी पकड़ने गए एसडीओ व जेई को ग्रामीणों ने बंधक बनाया। एक्सईएन बात करने गए तो उन्हें भी वहीं बैठाया।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के साढौरा के गांव भोगपुर में डेरे पर बिजली चोरी पकड़ने गए बिजली निगम के एसडीओ विकास बंसल व जेई राजेश कुमार सहित तीन एरिया इंचार्ज को ग्रामीणों व किसानों ने बंधक बना लिया। लोगों ने अधिकारियों को चारों तरफ से घेर लिया और वहीं बिठा लिया। इसकी सूचना पाकर एक्सईएन बिलासपुर नीरज कुमार बात करने पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें भी बंधक बना लिया। मामले की सूचना पाते ही थाना साढौरा एसएचओ दीदार सिंह, एसएचओ छछरौली पृथ्वी सिंह व डीएसपी प्रमोद कुमार मौके पर पहुंचे। अभी दोनों पक्षों की बातचीत गांव में जारी है।
सुबह छह बजे चोरी पकड़ने गए थी टीम
टीम को सूचना मिली थी कि गांव भोगपुर से सरांवा जाने वाले मार्ग पर स्थित डेरे में बिजली चोरी की जा रही है। सोमवार सुबह बिजली निगम के एसडीओ विकास बंसल, जेई राजेश कुमार व अन्य तीन कर्मचारी डेरे पर सुबह छह बजे चेकिंग करने पहुंचे। अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने डेरे पर बिजली चोरी पकड़ी। इस पर डेरे में मौजूद लोगों ने गांव में फोन कर अन्य लोगों व किसानों को वहां बुला लिया। सभी लोगों ने मिलकर एसडीओ, जेई व अन्य कर्मचारियों को वहीं बंधक बना लिया।
एक्सईएन को भी बंधक बना लिया
एसडीओ ने बंधक बनाए जाने की सूचना बिलासपुर में डिवीजन के एक्सइएन नीरज कुमार को जानकारी दी। वह भी अपनी गाड़ी में बैठकर गांव भोगपुर में पहुंचे। एक्सइएन ने उनसे बात कर ही रहे थे कि ग्रामीणों ने उन्हें भी बंधक बना लिया और वहां से वापस नहीं जाने दिया। इसकी सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। डीएसपी प्रमोद कुमार भी गांव में पहुंचे और लोगों से बात की। परंतु किसान उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। किसान गांव में ही धरने पर बैठ गए।
22 अक्टूबर को भी बनाए थे बंधक
22 अक्टूबर को भी किसानों ने थाना छप्पर के गांव मंधार में विजिलेंस अंबाला के एसडीओ सोहन लाल गोयल काे बंधक बना लिया था। वहां भी पांच टीमें बिजली चोरी पकड़ने के लिए गई थी। जब टीमें जाने लगी तो एसडीओ को ग्रामीणों ने घेर कर वहीं बिठा लिया। वह करीब छह घंटे तक बंधक रहे। पुलिस ने उन्हें छुड़ाया था। तब निगम ने गांव से एक लाख 28 हजार रुपये की बिजली चोरी पकड़ी थी।