Panipat Lockdown: उत्तर प्रदेश-हरियाणा बार्डर पर ग्रामीणों का पहरा, यमुना तलहटी पर भी नजर
उत्तर प्रदेश-हरियाणा बार्डर पर ग्रामीणों ने पहरा बैठाया है। लॉकडाउन के बावजूद बार्डर से जाने और आने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही।
पानीपत, जेएनएन। लॉकडाउन के बावजूद यमुना तलहटी से बार्डर पार करनेे वाले लोगो पर ग्रामीणों ने पहरा बैठा दिया है। ग्रामीणों ने उप्र-हरियाणा बार्डर सीमा पर ठीकरी पहरा शुरू कर दिया है। सीमा पार से आने वालों पर नजर रखी जा रही है। हथवाला के किसानों को यमुना पेटी में लगी प्लेज की फसल की देखरेख के लिए केवल दिन में जाने की इजाजत है। राक्सेड़ा में तो किसी को यमुना पार जाने की अनुमति पंचायत ने नहीं दी है। ग्रामीण युवकों की टीम दिन-रात बांध पर पहरा देती है।
हर किसी पर निगरानी कमेटी की नजर : सरपंच
राक्सेड़ा के सरपंच जयप्रकाश शर्मा ने बताया कि उपायुक्त के आदेश पर बुधवार रात से ही ठीकरी पहरा लगा दिया गया है। मुनादी करा दी गई है। प्रस्ताव पास कर उनके नेतृत्व में पंच, खंड समिति सदस्य और ग्रामीणों की निगरानी कमेटी गठित की गई है। गांव के सभी 18 वार्डों में दो-दो के हिसाब से 36 युवकों की ठीकरी पहरा में ड्यूटी लगाई गई है। दिन में 12 तो रात में 24 युवक गश्त करते हैं। ग्रामीणों को बगैर जरूरी कामों के बाहर नहीं निकले कहा गया है। यमुना बांध पर युवकों को विशेष नजर रखने कहा गया है।
रात में भी यमुना बांध पर पहरा देते युवक
सरपंच पति अमित ने बताया कि गांव के 19 वार्डों में ठीकरी पहरा के लिए 25 युवा ड्यूटी दे रहे हैं। यमुना बांध पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है। कुछ किसानों की यमुना पेटी में प्लेज की फसल है। केवल उन्हें ही फसल की देखरेख के लिए दिन में नदी पार जाने दिया जाता है। सभी को शाम छह बजे तक घर लौट जाने की हिदायत दी गई है।
बिलासपुर के सरपंच जयवीर सिंह ने बताया कि गांव को चारों ओर से सील कर दिया गया है। बाहरी लोगों पर नजर रखी जा रही है। नाव के बगैर यमुना पार जाना संभव नहीं है। हथवाला घाट की ओर से ही कोई आ सकता है।