लड़के की जगह लड़की बदलने का आरोप, जींद के सिविल अस्पताल में हंगामा Panipat News
जींद के सिविल अस्पताल के अधिकारी व पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने परिवार वाले। अब डीएनए टेस्ट पर ही सच सामने आएगा।
पानीपत/जींद, जेएनएन। सिविल अस्पताल में एक परिवार के लोगों ने लड़के की जगह लड़की सौंपने का आरोप लगाते हुआ हंगामा कर दिया। घटना बुधवार शाम की है। आरोप लगाने वाला परिवार रामराये गांव का है। वे अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस के समझाने के बाद भी नहीं माने तो तय हुआ बच्चे के जन्म के समय मौजूद सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जाएंगे और नवजात बच्ची का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।
प्रसूता ममता के पति विकास ने बताया कि आपरेशन थियेटर से एक महिला कर्मी ने बाहर आकर बताया था कि बेटे ने जन्म लिया और वह कपड़े लेकर अंदर चली गई। थोड़ी देर के बाद उनको लड़के की जगह पर लड़की लाकर सौंप दी। जब इसके बारे में वहां पर मौजूद स्टाफ से बात की तो उन्होंने पर्ची व दाखिल पर्ची को लेकर काटकर लड़के की जगह पर लड़की कर दी।
गलतफहमी हुई परिजनों को
उनके आरोप के बाद अस्पताल के एमएस डॉ. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला और पुलिस की मौजूदगी में उस समय की फाइलों की जांच की गई। बुधवार को आपरेशन से तीन डिलीवरी दर्ज थीं। पहले डिलीवरी महिला ममता की करीब 12:55 पर करवाई गई और करीब दस मिनट के बाद नवजात बच्ची को परिजनों को थमा दिया था। दूसरी डिलीवरी उसके करीब 1:21 मिनट पर हुई थी और उस महिला ने लड़के को जन्म दिया है। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि दूसरी महिला को डिलीवरी होने से पहले ही बच्ची को काफी देर पहले ही थमाया जा चुका था। कपड़े लेने आई महिला कर्मी ने गलती से लड़की की बजाए लड़का कह दिया और इसी बात को लेकर परिजनों को शक हुआ है। बृहस्पतिवार को डिलीवरी के दौरान तैनात डॉक्टर व स्टाफ नर्स के अलावा सभी के बयान दर्ज किए जाएंगे, अगर परिजन डीएनए टेस्ट की मांग करेंगे तो उसके सैंपल लेकर भेज दिए जाएंगे। बच्ची का जो वजन दर्ज था, एक बार फिर चेक किया गया तो उतना ही वजन निकला है।
डीएनए टेस्ट में हमारी निकली तो अपना लेंगे
अस्पताल में पहुंचे महिला ममता के पति विकास ने कहा कि डीएनए टेस्ट बच्ची उनकी हुई तो वह अपना लेंगे। फिलहाल बच्ची ममता के परिजनों के हाथों में ही है। बच्ची को दूध भी ममता का ही पिलाया जा रहा है।