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सिविल अस्पताल में तीसरे दिन भी नहीं हुए अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे

त्वचा रोग और हड्डी रोग विशेषज्ञ अवकाश के कारण दोनों ओपीडी पर ताला लटका रहा। सर्जन भी दोपहर 12 बजे के बाद ओपीडी में पहुंचे नतीजा करीब 400 मरीज निराश लौट गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 07:54 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 07:54 AM (IST)
सिविल अस्पताल में तीसरे दिन भी नहीं हुए अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे
सिविल अस्पताल में तीसरे दिन भी नहीं हुए अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में बिजली वोल्टेज डाउन होने और रेडियोलॉजिस्ट कोर्ट में होने के कारण तीसरे दिन भी एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड नहीं हुए। त्वचा रोग और हड्डी रोग विशेषज्ञ अवकाश के कारण, दोनों ओपीडी पर ताला लटका रहा। सर्जन भी दोपहर 12 बजे के बाद ओपीडी में पहुंचे, नतीजा करीब 400 मरीज निराश लौट गए।

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तकरीबन चौदह लाख की आबादी पर बना सिविल अस्पताल चिकित्सकों और संसाधनों की कमी के कारण सफेद हाथी बना हुआ है। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव मान तीसरे दिन बुधवार को भी कोर्ट में तारीख भुगतने गए हुए थे। नतीजा करीब 100 गर्भवती महिलाओं और मरीजों को निराश लौटना पड़ा। एक्स-रे कक्ष की बिजली वोल्टेज भी तीन दिन से डाउन है, यहां से भी बीमार और चोटिल बैरंग लौट गए। स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. राघवेंद्र और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप को अवकाश पर बताया गया। दोनों ओपीडी से करीब 250 मरीज इलाज के बिना लौट गए। सर्जन डॉ. संजीव गुप्ता दोपहर 12 बजे के बाद ओपीडी में पहुंचे।

गनीमत रही कि ओपीडी ब्लॉक का सेंट्रल एसी चलने से मरीजों-तीमारदारों और अस्पताल के स्टाफ ने राहत की सांस ली। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन ने कहा कि चिकित्सकों की कमी के कारण कई बार मरीजों को परेशानी होती है।


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