उग्राखेड़ी के आशीष मलिक ने जूडो चैंपियनशिप में जीते दो स्वर्ण
दोनों वर्गो में उग्राखेड़ी गांव के आशीष मलिक ने 100 किलोग्राम में स्वर्ण पदक जीता। 90 किलोग्राम में एशियन चैंपियनशिप के स्वर्ण जूडो कोच प्रमोद रावल अव्वल रहे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : जूडो एसोसिएशन की ओर से बुधवार को सेक्टर-7 स्थित गुरुकुल जूडो एकेडमी में जिला स्तरीय महिला व पुरुष जूनियर और सीनियर जूडो प्रतियोगिता कराई गई। इसमें दोनों वर्गो में उग्राखेड़ी गांव के आशीष मलिक ने 100 किलोग्राम में स्वर्ण पदक जीता। 90 किलोग्राम में एशियन चैंपियनशिप के स्वर्ण जूडो कोच प्रमोद रावल अव्वल रहे।
12 खिलाड़ियों को जिले के जूडो दल में शामिल किया गया है। ये खिलाड़ी 6 से 7 मार्च को भिवानी के भीम स्टेडियम में होने वाली राज्यस्तरीय महिला एवं पुरुष जूनियर और सीनियर जूडो चैंपियनशिप में भाग लेंगे। जिला जूडो एसोसिएशन के प्रधान समुंद्र जागलान ने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित कर कहा कि हारने वाले खिलाड़ी मायूस न हो। वे और ज्यादा अभ्यास करें, ताकि आगामी प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर सकें। मुख्य अतिथि बांध गांव के सरपंच रवींद्र ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी। इस अवसर पर एसोसिएशन के सचिव राजेश चौधरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
ये रहे विजेता खिलाड़ी
प्रतियोगिता में 44 किलोग्राम भार वर्ग में सोनिया, 48 किग्रा में रिया, 52 किग्रा में हंसु, 63 किग्रा में मुस्कान, 70 किग्रा में इसमीता, 78 किग्रा में वौशाली और 78 से अधिक किग्रा में प्रभ सिलरन ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसी तरह से 81 किलोग्राम में अजय और 100 से अधिक किलोग्राम में यश घणघस पहले स्थान पर रहे।
आशीष एक साल चोट से जूझे, स्वस्थ हुए जीते स्वर्ण पदक
अंतरराष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी उग्राखेड़ी के आशीष मलिक जूनियर नेशनल में छह स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुके हैं। आशीष ने बताया कि 2012 में कुरुक्षेत्र के दोस्त नितिन को जूडो खेलते देखा। सिरसा में अभ्यास किया। पहले ही साल राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया। इसके बाद पटियाला और अब सोनीपत में सतपाल गुलिया कोच की निगरानी में अभ्यास कर रहा हूं। वर्ष 2020 में अभ्यास करते हुए पीठ में चोट लग गई थी। अभ्यास छूट गया था। वजन 90 से बढ़कर 100 किलोग्राम हो गया। एक महीना पहले फिर से अभ्यास शुरू किया और पहली ही प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते। अब एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य है।