यमुनानगर में 2.20 लाख के नकली नोटों के साथ दो गिरफ्तार, पुजारी के साथ मिल चला रहे धंधा
यूपी से जुड़ा है नकली नोट का गिरोह। साढौरा में नकली नोट चलाते दो महिलाओं के साथ पकड़े जाने के बाद हुआ गिरोह का पर्दाफाश
यमुनानगर, जेएनएन। साढौरा में नकली नोट चलाते पकड़ी गई सरस्वतीनगर निवासी प्रीतो व बराड़ा की मनजीत कौर से बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इन दोनों महिलाओं से पूछताछ के बाद मंदिर के पुजारी सहित चार लोगों की पहचान हुई थी। सीआइए टू की टीम ने अब इस गिरोह के मुख्य सरगना उप्र के सहारनपुर जिले के गांव जीवाला निवासी गुलबहार व मिर्जापुर निवासी पंकज को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को रिमांड पर लिया गया है। इनके कब्जे से दो लाख 20 हजार के नकली नोट, कंप्यूटर व प्रिंटर भी बरामद हुए हैं।
ये था मामला
गत 12 जून को साढौरा थाने में भाजपा नेता सुमत जैन की शिकायत पर प्रीतो व मनजीत कौर के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। प्रीतो व मनजीत उनकी दुकान पर आई और 40 रुपये का सामान लेकर 500 का नकली नोट थमा दिया। बदले में पैसे लेकर वहां से फरार हो गई थी। बाद में सुमत जैन ने नोट देखा, तो उसे नकली का पता लगा। जिसके बाद उसने बाजार में प्रीतो को पकड़ लिया, जबकि मनजीत फरार हो गई थी। बाद में उसे भी गिरफ्तार किया गया।
प्रीतो व मनजीत पहले भी पकड़ी गई
नकली नोट चलाने वाली प्रीतो व मनजीत कौर पहले भी थाना छप्पर एरिया में नकली नोट चलाते पकड़ी गई थी, लेकिन उस समय बीच बचाव हो गया था। जिस वजह से केस दर्ज नहीं हुआ था। दोनों करीब दो साल से नकली नोट चला रही थी। काफी दुकानदारों को वह इसी तरह से चूना लगा चुकी थी।
उप्र से चल रहा था धंधा
सीआइए टू की गिरफ्त में आए पंकज व गुलबहार दोनों के गांव नजदीक हैं और आपस में दोस्त हैं। गुलबहार मोबाइल रिपेयङ्क्षरग की दुकान करता है। उत्तराखंड में वह पुजारी बिजेंद्र से मिले थे। उस समय उसने पैसों की तंगी होने की बात कही। जिस पर पंकज व गुलबहार ने उन्हें अपने साथ ले लिया और नकली नोट देने लगे।