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12वीं पास युवकोंं ने बड़े-बड़े उद्योगपति को फंसाया, ऐसे की हैरान कर देने वाली ऑनलाइन ठगी

पानीपत सीआइए ने ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। आठवीं और 12वीं पास बड़ी फर्मों को ऑनलाइन ऑर्डर कर ठगते थे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 25 May 2019 01:13 PM (IST)Updated: Sun, 26 May 2019 10:38 AM (IST)
12वीं पास युवकोंं ने बड़े-बड़े उद्योगपति को फंसाया, ऐसे की हैरान कर देने वाली ऑनलाइन ठगी
12वीं पास युवकोंं ने बड़े-बड़े उद्योगपति को फंसाया, ऐसे की हैरान कर देने वाली ऑनलाइन ठगी

पानीपत, जेएनएन। 12वीं पास इन युवकों के आगे देश के बड़े-बड़े उद्योगपति फेल हो गए। इन ठगों ने उद्योगपतियों सहित कई व्यक्तियों को अपने झांसे में लेकर ऑनलाइन ठगी की कई वारदात को अंजाम दिया। अंतरराज्यीय गिरोह के मास्टरमाइंड ने जब पुलिस पूछताछ में मामलों का पर्दाफाश किया तो पानीपत सीआइए टू भी हैरान रह गई। पानीपत सीआइए-टू ने दो गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह भले ही लगभग अलग-अलग है, लेकिन इनके तरीके एक थे।

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सीआइए-टू पानीपत पुलिस ने ऑनलाइन सामान का ऑर्डर देकर ठगी करने के अंतरराज्यीय गिरोह को दबोचा है।  आठवीं से 12वीं तक ही पढ़े तीन दोस्तों ने ही अपना गिरोह बना लिया। वे पिछले 20 दिन में पांच वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इनमें दो वारदात जयपुर और नोएडा में भी अंजाम दे रखी हैं।  सीआइए-टू की टीम ने बृहस्पतिवार को तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान मोनू निवासी सफीदों जिला जींद, विपिन उर्फ टिंकू निवासी खटीक बस्ती पानीपत और संदीप उर्फ संजू निवासी खेडा़ खेमावती जिला जींद के रूप में हुई। पुलिस ने तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। 

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इस तरह व्‍यवसायी को ठगा
डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स जी ने बताया कि 22 मई को किला थाना में व्यवसायी सुरेश निवासी सैनी मुहल्ला पानीपत ने शिकायत दी थी। उसने बताया कि 20 मई को करीब 10 बजे उसके पास फोन आया। युवक ने कहा कि वह सोनू बोल रहा है। उसे छह टन धागा चाहिए। उसको माल की पेमेंट श्री धर्मकांटा पर कर दी जाएगी। वह गाडिय़ों को उसके गोदाम पर भेज रहा है। उसने छह टन धागा लोड करवाकर भेज दिया। वह बाद में पेमेंट लेने गया तो वहां पर कोई भी नहीं मिला और न ही माल था।

इन वारदातों को कबूला

  • सात-आठ महीने पहले जयपुर राजस्थान से आठ लाख कीमत के सौ रोल मेट मंगवाए थे।
  • 15-20 दिन पहले नोएडा उप्र. से 1.16 लाख रुपये कीमत के 100 रोल मेट मंगवाए।
  • नौ-दस दिन पहले जाटल रोड पानीपत से करीब 1.25 लाख रुपये का धागा मंगवाया था।
  • 22 मई को नेवल करनाल से पशुओं के नीचे बिछाने के मेट मंगवाए। जिसकी कीमत करीब 95 हजार रुपये थी। 

एक गिरोह ये भी
सेना का अधिकारी बनकर ओएलएक्स पर कम रेट में सौदा कर कार, मोटरसाइकिल और मोबाइल बेचने वाला राजस्थानी गिरोह पकड़ा गया है। गिरोह का सरगना साजिद राजस्थान के अलवर जिले के छोटे से गांव चंदौली का है। नॉन मेडिकल में 12वीं पास साजिद अपने गांव से पांच साथियों के साथ मिलकर गिरोह चलाता था। पुलिस सरगना समेत तीन काबू कर चुकी है, जबकि दो आरोपित अभी भी फरार चल रहे हैं। आरोपित 60 के करीब वारदातों को कबूला है। गिरोह ने कम समय में इतनी ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है कि वे खुद भी वारदातों को भूल गए हैं। उनको हरियाणा, दिल्ली व पंजाब की 12 वारदात फिलहाल कबूल की हैं। 

पहले मास्टरमाइंड पकड़ा
डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि सीआइए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक और उनकी टीम को यह सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि सीआइए-टू के एसआइ जयबीर ने साजिद निवासी चंदौली अलवर राजस्थान को 15 मई को काबू किया था। उसको कोर्ट में पेश कर नौ दिन के रिमांड पर लिया। उसकी निशानदेही पर उसके साथी वाहिद निवासी गांव कोटा खुर्द रामगढ़, अलवर राजस्थान और सोनू उर्फ नीलू निवासी चंदौली अलवर शिवाजी पार्क कॉलोनी को गिरफ्तार किया है। 

12वीं पास हैं आरोपित
इनमें सोनू उर्फ नीलू की परचून की दुकान है। वाहिद को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जबकि सोनू उर्फ नीलू को एक के रिमांड पर लिया है। वह भी 12वीं पास है। इसको मुख्य आरोपित के साथ शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपितों पुलिस रिमांड केे दौरान जफ्फार निवासी चौरगढ़ भरतपुर राजस्थान और जफरुद्दीन उर्फ जफी निवासी पाडला भरतपुर राजस्थान को भी अपने गैंग का सदस्य बताया है।

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आरोपितों के पास फौजियों के कैंटीन कार्ड
आरोपित साजिद के कब्जे से फौजियों कैंटीन के तीन कार्ड,  दो आधारकार्ड,  दो मोबाईल और  35 हजार की नकदी,  वाहिद से एक मोबाइल बरामद किया है। डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि आरोपितों से रिमांड के दौरान अन्य वारदातों का खुलासा किया जा रहा है। आरोपितों ने 24 अप्रैल को थाना मॉडल टाउन के अंतर्गत मंजीत निवासी लतीफ गार्डन से ओएलएक्स पर एक आल्टो कार बेचने के नाम पर 65 हजार की ठगी की थी। आरोपित ने खुद को आगरा तैनात बताया था। इसमें थाना मॉडल टाउन में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। आरोपितों के गांव में पुलिस दाखिल होने तक ही हिम्मत नहीं जुटा पाती थी। वे अपनी मजबूरी गिनाकर कम रेट लगाते थे। 

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम 
पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उनके साथी जफ्फार व जफरुद्दीन फर्जी आइडी से लिए मोबाइल नंबरों से पेटीएम अकाउंट बनाकर उन्हें उपलब्ध करवाते थे। वे योजना अनुसार ओएलएक्स पर विभिन्न सामानों व वाहनों की फोटो डालकर फर्जी मोबाइल नंबरों से बने फर्जी पेटीएम अकाउंट में नकदी मंगवाकर ठगी करते थे। पेटीएम अकाउंड से पैसे डेबिड कार्ड में ट्रांसफर कर लेते थे। वे दो नंबर के पैसे को एक नंबर में करने के लिए दूसरे लोगों को नकद दे देते थे और उनसे चेक ले लेते थे। उनको इसमें सहयोग करने पर कुछ पैसे छोड़ देते थे। इस तरह से आसपास के कई गांवों में इनका जाल बिछा हुआ था। पुलिस भी इन गांवों में दाखिल होने की हिम्मत नहीं कर पाती थी। 

आरोपितों ने इन वारदातों को कबूला 

  • जनवरी 2019 मे मोहम्मद आसिक निवासी दिल्ली के साथ ओएलएक्स पर स्कूटी बेचने के नाम पर चार हजार रुपये की ठगी की।
  • फरवरी 2019 को सुमित निवासी तिलकनगर दिल्ली से के साथ एक्टिवा के नाम 28 सौ रुपये की चपत लगाई। 
  • फरवरी 2019 को जितेंद्र निवासी अंबोली झज्जर को ओएलएक्स पर स्वीफ्ट कार बेचने के नाम 25 हजार ठगे। 
  • मार्च 2019 को प्रवेज निवासी सहजादपुर जिला अंबाला से आई फोन के नाम 1520 रुपये का ठगी की। 
  • मार्च 2019 को कुनाल निवासी दिल्ली के साथ आठ हजार में आई फोन बेचने के नाम पर ठगी की। 
  • मार्च 2019 को शुभम निवासी रूपनगर रोपड़ को स्वीफ्ट कार 1.30 लाख रुपये में सोदा किया और उससे ठगी कर ली। 
  • मार्च 2019 को अविनाश निवासी रामपुर अंबाला को क्वीड कार बेचने की कही। उनसे 18 हजार रुपये अपने बैंक खाते में डलवा लिए थे।
  • मार्च 2019 को सुनील निवासी जीरकपुर पंजाब को 75 हजार रुपये में स्वीफ्ट कार बेचने के नाम पर ठगी की।
  • अप्रैल 2019 को रामबीर निवासी भिवानी को बुलेट मोटरसाइकिल 76 हजार रुपये में बेचने की कही। 
  • अप्रैल 2019 को गुरजिंदर निवासी अमृतसर पंजाब को बुलेट बाइक ओएलएक्स पर दिखाई। उससे 22 हजार रुपये की ठगी की। 
  • अप्रैल 2019 को नरेंद्र निवासी बिचपड़ी गोहाना के साथ ऐसंट कार बेचने का सोदा किया और 65 हजार खाते में डलवाकर चपत लगा दी। 

 लोगों को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ऑनलाइन या अन्य लेन-देन नहीं करना चाहिए। कुछ लोग इस तरह से ठगी कर जाते हैं। यह चिंता का विषय है। पुलिस शिकायत पर कार्रवाई करती है। गत दिनों ओएलएक्स और ऑनलाइन सामान मंगवाकर लोगों को चपत लगाने वाले दो गिरोह को दबोच लिया है। 
सतीश वत्स, डीएसपी मुख्यालय, पानीपत। 

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