शपथपत्र बनवाने के लिए लघु सचिवालय में दिनभर हंगामा
तहसीलदार और नायब तहसीलदार को अधिकारियों ने योग दिवस की बैठक में बुला लिया। करीब एक घंटे तक शपथपत्र पर साइन नहीं हुए। युवाओं ने प्रथम तल पर हंगामा खड़ा कर दिया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सरकारी नौकरियों के आवेदन में शपथपत्र बनवाने के लिए लघु सचिवालय और टाइपिग चैंबरों में दिनभर युवाओं का जमावड़ा लगा रहा। तहसीलदार और नायब तहसीलदार को अधिकारियों ने योग दिवस की बैठक में बुला लिया। करीब एक घंटे तक शपथपत्र पर साइन नहीं हुए। युवाओं ने प्रथम तल पर हंगामा खड़ा कर दिया। अधिकारियों ने मशक्कत के बाद उन्हें शांत किया। इधर हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने तहसीलदार से प्रमाणित शपथपत्र की शर्त वापस ले ली है। बेरोजगार युवा सेल्फ डिक्लेरेशन से नौकरियों में आवेदन कर सकेंगे।
लघु सचिवालय में बुधवार को सैकड़ों युवा शपथपत्र बनवाने पहुंच गए। सरल केंद्र पर टोकन लेने के लिए आपाधापी मची रही। कुछ युवकों ने बिना टोकन ही अंदर जाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने 12 बजे के करीब तहसीलदार और नायब तहसीलदार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बैठक में बुला लिया। यह करीब एक घंटे तक चली। तब तक शपथ-पत्र बनवाने आए युवाओं का जमावड़ा भूतल पर सरल केंद्र के आसपास हो गया। युवाओं ने कुछ देर तक इंतजार किया, लेकिन उनका सब्र जवाब दे गया और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।
फोटो खिचवाने में भी हंगामा
बेसमेंट में दो नंबर काउंटर फोटो खिचने के लिए बनाया गया। दोपहर लगभग 1.30 बजे सेक्टर 13-17 से आए सुमित कटारिया और उनकी पत्नी नवनीत ने हंगामा कर दिया। काउंटर पर मौजूद महिला कर्मचारी पर फार्म पुरुषों वाली फाइल में लगाने का आरोप लगाया। गरमा-गरमी होने के बाद कर्मचारी काउंटर बंद कर लंच करने चले गए।
तीन गुना स्टाफ लगाया
तहसील में शपथपत्र बनाने के दूसरे दिन युवाओं की दो गुना भीड़ रही। कर्मचारियों के सहयोग में लगाए दो अतिरिक्त कर्मी थोड़े दिखने लगे। अधिकारियों ने सुबह ही छह कर्मियों को सहयोग में लगा दिया। तीन को टीआरए ब्रांच में मोहर लगाने के लिए तो बाकी तीन को यहां से शपथपत्र तहसीलदार या नायब तहसीलदार तक ले जाने के लिए लगाया।
नंबरदारों की पूरी बटालियन पहुंची
शपथपत्र में नंबरदार की तफ्तीश जरूरी होती है। युवक के साथ नंबरदार का फोटो भी लगता है। युवक को अपने ही नंबरदार को लेकर आना पड़ता है। बुधवार को करीब पांच नंबरदार सरल केंद्र पर पहुंचे। इनमें से कई ने तफ्तीश करने के लिए चार्ज लिया। कुछ युवक चार्ज देने से कन्नी काट गए।
फार्म में दिया जाए विकल्प
राजनगर के विकास ने बताया कि सरकारी नौकरी में आवेदन के वक्त शपथपत्र जरूरी नहीं होना चाहिए। इसकी बजाय फार्म में एक विकल्प दिया जाए। इंटरव्यू के वक्त इसकी जांच की जाए। सेल्फ डिक्लेरेशन से युवाओं का बोझ काफी कम होगा।
अलग-अलग शपथपत्र बनवाए
आजाद नगर के विकास कुंडू ने बताया कि लंबे समय से सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहा था। हरियाणा पुलिस समेत चारों नौकरियों में आवेदन करना है। सभी के अलग-अलग शपथपत्र बनवाए हैं। सरकार को फार्म में ही कॉलम देना चाहिए था।
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