छात्राओं से छेड़छाड़ पर तीन सौ बेटियां बोलीं- दूसरे गांव में लड़के करते हैं तंग panipat news
बेटियां अब कमजोर नहीं रहीं। वे हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार हैं। जरूरत है तो बस हौसले की। यही हौसला दो जिलों की छात्राओं ने दिखा आवारा लडके छेड़छाड़ करने लगे तो टूट पडी।
जेएनएन पानीपत : बेटियां अब कमजोर नहीं रहीं। वे हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार हैं। जरूरत है तो बस हौसले की। यही हौसला दो जिलों की छात्राओं ने दिखाया, जब उनके साथ आवारा लडके छेड़छाड़ करने लगे तो रानी झांसी बनकर टूट पड़ी और कूद पडी रण में। परिजनों का साथ भी मिला। जानिये ऐसी दो जिलों की कहानियां जहां बेटियों ने दम दिखाया।
पहला मामला यमुनानगर में सामने आया। यहां एक शिक्षक ने दुस्साहस किया तो छात्राएं परिजनों के साथ पहुंच गई। छात्र के परिजनों ने प्रधानाचार्या पर आरोपित शिक्षक का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए कुर्सी से हमला कर दिया। प्रिंसिपल के सिर से खून बहने लगा। हंगामे के बाद पुलिस पहुंची और शिक्षक पर केस दर्ज किया। शिक्षक फरार है। वहीं, करनाल के टपराना गांव की तीन सौ से अधिक बेटियां अपना स्कूल अपग्रेड कराने और मनचलों पर कार्रवाई की मांग को लेकर लघु सचिवालय पहुंच गईं। यहां उन्होंने दर्द साझा किया।
यूं रहा पहला घटनाक्रम
पहला मामला यमुनानगर के रामनगर के भारतीय विद्या मंदिर स्कूल का है। यहां स्कूल के शिक्षक प्रदीप पर 14 साल की छात्र ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया। आरोप है कि प्रधानाचार्या हरविंद्र कौर को इस बारे में बताया तो उन्होंने शिक्षक का पक्ष लिया। हंगामा होने पर डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद, जगाधरी शहर थाना प्रभारी मनोज कुमार और महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह पुलिस के साथ स्कूल में पहुंचे और दोनों पक्षों को थाने लेकर आए।
शिक्षक ने अकेला देखकर पकड़ा
आठवीं की छात्र ने आरोप लगाया कि शिक्षक प्रदीप उस पर करीब तीन माह से गलत निगाह रख रहा है। सोमवार को शिक्षक ने उसे अकेला देखकर पकड़ लिया। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की। इस बारे में वह शिकायत लेकर प्रधानाचार्या हर¨वद्र कौर के पास पहुंची, तो उसकी बात नहीं सुनी। उल्टा शिक्षक का ही पक्ष लिया। यहां तक कि छात्र को धमकी दी कि घर वालों से मत बतना। लेकिन छात्र के भाई ने परिवार वालों को सारी घटना बता दी तो वे उबल गए। गुस्साए परिजन स्कूल में पहुंचे और हंगामा करना शुरू कर दिया। ¨प्रसिपल ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की। छात्र के परिवार वालों ने उनपर शिक्षक का पक्ष लेने का आरोप लगाया और मारपीट शुरू कर दी।
करनाल में मजबूत इरादों से पहुंची बेटियां
उधर करनाल के गांव टपराना की 300 से अधिक बेटियां मजबूत इरादों के साथ अपनी समस्या सुनाने के लिए उपायुक्त के कार्यालय में पहुंचीं। गांव की छात्रओं को आठवीं के बाद पढ़ाई के लिए गांव टीकरी जाना पड़ता है। लघु सचिवालय में इन बेटियों ने नायब तहसीलदार, डिप्टी डीईओ सपना जैन से अपना दर्द सांझा किया। कहा कि, आठवीं तक ही स्कूल है। गांव के स्कूल को 12 तक करवाा दें। उनका दर्द जायज था, क्योंकि रास्ते में सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। छात्राओं के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया जाता है।
मनचले फब्तियां कसने से बाज नहीं आते
हंसराज, राजकुमार, राकेश ने बताया कि गांव टपराना से तकरीबन 200 से अधिक बच्चे गांव टीकरी में जाते हैं। दो किलोमीटर का सफर बच्चों के भविष्य पर भारी पड़ रहा है। स्कूल को अपग्रेड करने के लिए कई बार सरपंच व विधायक स्तर पर मांग की गई है लेकिन अभी तक समस्या का हल नहीं निकाला जा सका। मजबूरी के चलते तपती धूप में बच्चे गांव टपराना से लघु सचिवालय तक अपनी मांग रखने आए। यहां डिप्टी बीईओ सपना जैन व नायब तहसीलदार हवा सिंह को बताया कि रास्ते में मनचले फब्तियां कसने से बाज नहीं आते हैं। मजबूरन शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ रही है। इस संबंध में बच्चों ने डीसी के नाम ज्ञापन सौंपा।
जांच की जाएगी : डिप्टी डीईओ
डिप्टी डीईओ सपना जैन ने बताया कि छात्रओं की मुख्य समस्या स्कूल अपग्रेड करवाने की रही है। छात्रओं ने अपनी समस्याओं को उनके पास रखा है। इस संबंध में कार्यालय स्तर पर जांच की जाएगी। परिवार के लोगों को बेटियों की शिक्षा नहीं छुड़वानी चाहिए।
शिक्षक पर केस दर्ज
डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद पुलिस के साथ स्कूल में पहुंचे और दोनों पक्षों को थाने लेकर आए। यहां पर छात्र के परिजनों ने शिकायत दी। इसके आधार पर आरोपित शिक्षक के खिलाफ एससी-एसटी और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, परिजन ¨प्रसिपल पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उधर, घायल प्रसिंपल को अस्पताल में दाखिल कराया है। डीएसपी का कहना है कि अभी प्रसिंपल की शिकायत नहीं आई है।
कार्रवाई की तैयारी कर रहे थे हम
घायल प्रसिपल हरविंद्र कौर का कहना है कि छात्र के भाई को घर भेजा गया था। स्कूल की छुट्टी होने पर वह पास में ही स्थित आइटीआइ में अपने पति और प्राचार्य वीरेंद्र कुमार के पास गई थी। शिक्षक ने छात्र के साथ मारपीट की है, इसका पता लग गया था। हम कार्रवाई की तैयारी कर रहे थे। इतने में ही 20-25 लोग आ गए और उन्हें पीटना शुरू कर दिया।