इस भारतीय टैक्सी ड्राइवर ने ऑस्ट्रेलिया में जीता चुनाव, सचिन इनके घर खाना खा चुके
ऑस्ट्रेलिया में टैक्सी चलाते हैं जींद के सुरेंद्र। काउंसलर का चुनाव जीता। भारतीयों पर कोई मुसीबत आए, तुरंत मदद के लिए दौड़े जाते हैं। प्रतिद्वंद्वी अली अब्दुल रहमान को हराया।
जींद [कर्मपाल गिल] । ये ऑस्ट्रेलिया में टैक्सी चलाते हैं। कभी किसी भारतीय पर कोई मुसीबत आती है तो बिना कोई देर किए मदद के लिए पहुंच जाते हैं। सम्मान इतना कि सचिन तेंदुलकर भी इनके यहां खाना खा चुके हैं। यही शख्स एडिलेड शहर में काउंसलर का चुनाव जीत गए हैं। पढि़ए ये खास खबर। सुरेंद्र पाल चहल कैसे बनके सभी के चहेते।
जींद के गांव जाजवान के सुरेंद्र पाल चहल ने साउथ ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में काउंसलर का चुनाव जीत लिया है। सुरेंद्र ने पहली बार चुनाव में ताल ठोकी थी। उन्होंने अपने अच्छे रसूख से प्रतिद्वंद्वी अली अब्दुल रहमान को हराया। सुरेंद्र पाल ने बताया कि जिस इलाके से उन्होंने काउंसलर का चुनाव जीता है, उसमें करीब साढ़े पांच हजार वोट थे। इनमें मात्र 250 भारतीय और बाकी आॅस्ट्रेलिया, पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, नेपाली, इंग्लैंड और अफ्रीकन मूल के देशों से आए लोग भी हैं। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी अली अब्दुल रहमान को हराया, जो करीब 25 साल से उस इलाके में रह रहे हैं।
स्कूल ने भेजा बधाई संदेश
वहीं, हरियाणा के जींद के एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रबंधक कमेटी ने सुरेंद्र चहल को बधाई देते हुए उनके छोटे भाई लाखन ङ्क्षसह चहल व उनके परिवार के सभी सदस्यों को भी बधाई संदेश भेजा है।
चार साल तक खूब काम करूंगा - सुरेंद्र पाल
सुरेंद्र पाल चहल ने बताया कि वह चार साल तक बढिय़ा तरीके से काम करेंगे। उनके स्तर पर लोगों की जितनी भी समस्याएं सुलझाई जा सकेंगे, उनका समाधान करवाएंगे। लोगों का प्यार मिलता रहा तो आगे मेयर व असेंबली का चुनाव भी लड़ेंगे। लोगों से मिलना-जुलाना और ज्यादा बढ़ाया जाएगा। चुनाव में उन्हें हर कम्युनिटी का साथ मिला है। भविष्य में भी वह सबको साथ लेकर काम करेंगे। सुरेंद्र के चुनाव जीतने के बाद जींद अर्बन एस्टेट में रह रहे उनके पिता अजायब सिंह को लोग बधाई दे रहे हैं। अजायब सिंह डीसी कार्यालय से रिटायर हैं और सीनियर सिटीजन गेम्स में दौड़ में कई पदक जीत चुके हैं।
रोहित शर्मा के साथ सुरेंद्र पाल।
11 साल से ऑस्ट्रेलिया में, जींद में थे लेक्चरर
जींद के एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लेक्चरर के पद पर रह चुके सुरेंद्र पाल 11 वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया गए थे। वहां उन्होंने ट्रैक्सी ड्राइवर का काम शुरू किया। सुरेंद्र पाल ने कहा कि यहां टैक्सी का काम भी बहुत सम्मानजनक है। वह कई साल से टैक्सी ड्राइवर एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी हैं और उनकी समस्याओं को सरकार के सामने प्रमुखता से उठाते रहे हैं।
विराट कोहली के साथ बेटा (फाइल फोटो)।
दो युवकों की मौत पर परिवार की मदद के लिए जुटाए डॉलर
पिछले दिनों में गुजरात और हरियाणा के दो युवकों की मौत हो गई थी, जिस पर सुरेंद्र पाल ने भारतीयों को एकजुट करके फंड जमा किया था। गुजरात के युवक के परिजनों को 88 हजार डॉलर और दूसरे युवक की मौत पर करीब 60 हजार डॉलर जमा किए। ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों के जितने भी समारोह होते हैं, उनमें सुरेंद्र पाल चहल सक्रिय रहते हैं। आस्ट्रेलिया जाने वाली क्रिकेट के सदस्यों में सचिन तेंदुलकर और अन्य बड़े खिलाड़ी भी उनके यहां भोज कर चुके हैं। पिछले दिनों पैसिफिक स्कूल गेम्स में भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया गई तो सुरेंद्र पाल इंडियन लायजनर बने थे।