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20 हजार से ज्यादा प्रापर्टी आइडी का काम पेंडिग, विधायक फिर पहुंचे निगम

पालिका बाजार स्थित नगर निगम कार्यालय शनिवार को भी खुला। शनिवार को कार्यालय खुला करेगा। इस दौरान कर्मचारियों ने पेंडिग फाइलों पर काम करना शुरू कर किया। इस दौरान पब्लिक डीलिग नहीं की गई। केवल पेंडिग फाइलों पर ही काम किया गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 11:44 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 11:44 PM (IST)
20 हजार से ज्यादा प्रापर्टी आइडी का काम पेंडिग, विधायक फिर पहुंचे निगम
20 हजार से ज्यादा प्रापर्टी आइडी का काम पेंडिग, विधायक फिर पहुंचे निगम

जागरण संवाददाता, पानीपत : पालिका बाजार स्थित नगर निगम कार्यालय शनिवार को भी खुला। शनिवार को कार्यालय खुला करेगा। इस दौरान कर्मचारियों ने पेंडिग फाइलों पर काम करना शुरू कर किया। इस दौरान पब्लिक डीलिग नहीं की गई। केवल पेंडिग फाइलों पर ही काम किया गया। विधायक प्रमोद विज ने लगातार दूसरे दिन नो ड्यूज सर्टिफिकेट (एनडीसी) की फाइलों की जांच की। कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी डाटा को आनलाइन किया जाए। विधायक प्रमोद विज ने कहा कि जांच की रिपोर्ट मंत्री अनिल विज को भेजी जाएगी। अगर कोई खामी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।

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नगर निगम में प्रापर्टी आइडी से संबंधित 20 हजार से ज्यादा फाइलें पेंडिग पड़ी हैं। अभी तक काम नहीं हो सका। इसमें ज्यादातर एनडीसी की फाइलें हैं। यह फाइलें उन लोगों की हैं, जिन्होंने अपनी प्रापर्टी बेचनी है। एनओसी निकलवाने के लिए एनडीसी की रिपोर्ट की जरूरत पड़ती है। इन फाइलों पर चार से पांच अधिकारियों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है। इसमें कई बार एक साथ सभी अधिकारी नहीं होते। इसके कारण काम अधर में अटक जाता है। क्या ऐसे सुधर पाएंगे हालात..बड़ा सवाल?

नगर निगम की कैसे कार्य प्रणाली सुधरे, इस पर लगातार सवाल खड़े हो रहे है। अभी तक केवल कर्मचारियों से लेकर आम लोगों तक केवल हेल्प डेस्क ही एक मात्र विकल्प हैं। इसमें नगर निगम द्वारा आठ हेल्प डेस्क बनाए जाने प्रस्तावित हैं। अभी तक आधिकारिक तौर पर काम शुरू नहीं हो सका। अगर यह सुविधा शुरू होती है तो लोगों को काफी फायदा होगा। हेल्प डेस्क नहीं होने के कारण लोग ऐसे ही निगम घूमते रहते हैं। ऐसे कई बार लोग दलालों के फेर में पड़ जाते हैं और फिर अधिकारी भी कई बार गलत फाइलों को समझ नहीं पाते और फाइलों पर हस्ताक्षर कर देते हैं। सात साल पहले हुए हाउस टैक्स सर्वे बने सिरदर्द

सात साल पहले यानी 2012 से 2014 और 2016 में जो अलग-अलग कंपनियों ने सर्वे किए थे, उनमें बहुत गलतियां थी। हाउस टैक्स की कैटेगरी गलत दर्ज की, एरिया कम ज्यादा किए, बिलों में नाम नहीं चढ़ाए और भी बहुत गलतियां छोड़ी। इन्हें ठीक करना अब निगम के लिए सिरदर्द बना हुआ है। इसमें कर्मचारी पुराने रिकार्ड को ठीक करने में लगते है तो नई फाइलों का काम पेंडिग रह जाती है। इसीलिए प्रत्येक काम के लिए समय निर्धारित होना चाहिए। तभी काम हो सकते है। निगम में कामकाज को जांच रहे

विधायक प्रमोद विज ने जागरण से बातचीत में बताया कि नगर निगम में कामकाज को जांचा जा रहा है और उनके बारे जानकारी एकत्र की जा रही है। अगर कुछ गलती मिली तो मंत्री को रिपोर्ट भेजी जाएगी। छ्वड्डद्दह्मड्डठ्ठ.ष्श्रद्व पर पढि़ए- क्यों विज नगर निगम में सक्रिय हुए, पहले बनाते थे दूरी

शहर के विधायक प्रमोद विज ने लगातार दो दिन नगर कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। अब तक नगर निगम से खुद को दूर रखने वाले प्रमोद विज एकाएक सक्रिय हो गए हैं। पहले विज कहते थे कि नगर निगम को मेयर चलाएं, पार्षद चलाएं..। लेकिन अब मुद्दों पर खुद बात कर रहे हैं। छ्वड्डद्दह्मड्डठ्ठ.ष्श्रद्व पर पढि़ए विश्लेषण रिपोर्ट। छ्वड्डद्दह्मड्डठ्ठ.ष्श्रद्व वेबसाइट में राज्य हरियाणा का चयन करते हुए, पानीपत पेज पर जाइये। वहां पढ़ सकेंगे पानीपत और आसपास के जिलों की और भी ताजा खबरें।


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