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खुद को गोली मारने वाले ठेकेदार और साथी से पिस्तौल और बाइक बरामद

फालोअप - दो अवैध देशी पिस्तौल छह कारतूस व वारदात में प्रयुक्त दोनों बाइक पुलिस के कब्जे में -आ

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 08:55 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 08:55 PM (IST)
खुद को गोली मारने वाले ठेकेदार और साथी से पिस्तौल और बाइक बरामद
खुद को गोली मारने वाले ठेकेदार और साथी से पिस्तौल और बाइक बरामद

जागरण संवाददाता, समालखा(पानीपत) : चुलकाना रोड स्थित शराब फैक्ट्री के लेबर ठेकेदार रविद्र और उसके दोस्त जींद के जामनी निवासी प्रदीप की निशानदेही पर रिमांड के दौरान वारदात में प्रयुक्त दो अवैध देशी पिस्तौल, छह कारतूस सहित दो बाइक पुलिस ने बरामद की हैं। ठेकेदार को अवैध हथियार उपलब्ध करवाने वाले आरोपित जितेंद्र निवासी पुगथला, सोनीपत को भी गिरफ्तार किया है। मंगलवार को तीनों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया है।

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सीआइए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने रविद्र, उसकी पत्नी प्रीति व दोस्त प्रदीप को गिरफ्तार कर मामले का राजफाश किया था। शनिवार को अदालत में पेश कर प्रीति को जेल भेज दिया। हथियार व बाइक की बरामदगी के लिए रविद्र व प्रदीप को चार दिन की रिमांड पर लिया। पूछताछ में रविद्र ने जितेंद्र से हथियार उपलब्ध होने की बात कही थी। उसे सोमवार को काबू कर लिया।।

ये है वारदात की कहानी

इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया कि 8 अप्रैल 2021 को प्रीति ने जानलेवा हमले की वारदात बारे थाना समालखा में शिकायत दी थी। उसने बताया था कि उसके पति रविद्र ने शराब फैक्ट्री में लेबर का ठेका लिया है। फैक्ट्री के ठेकेदार अमित व अनिल निवासी चुलकाना, प्रदीप निवासी समालखा, जितेंद्र निवासी किवाना, फैक्ट्री के प्रोडक्शन मैनेजर अखिलेश व वीपी अक्षय ललन, रविद्र पर ठेका छोड़ने का दबाव बना रहे थे। 8 अप्रैल की शाम जामनी से समालखा आते समय नामुंडा और किवाना के बीच शौच के लिए रुकने पर कार सवार दो युवकों ने पिस्तौल से पैर और सीने में गोली मारकर रविद्र को घायल कर दिया।

रची थी साजिश

पुलिस के अनुसार रविद्र ने किवाना से नामुंडा के बीच सुनसान जगह पर बाइक रोककर खुद पिस्तौल से अपने पैर व सीने में दाहिनी तरफ गोली मारी थी। पत्नी प्रीति ने प्रदीप को फोन कर मौके पर पिस्तौल ले जाने के लिए बुलाया था। प्रदीप ने पिस्तौल को अपने किराये के कमरे में छुपाया और 100 नंबर पर फोन कर वारदात की सूचना पुलिस को दी। रविद्र ने जानलेवा हमले का झूठा केस दर्ज होने के बाद राजीनामा के लिए फैक्टरी के अधिकारी अक्षय ललन के पास 35 लाख रुपये का आफर भी भिजवाया था।


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