सीजन की पहली बारिश ने गर्मी से दिलाई राहत
तेज धूप व गर्मी के कारण उसकी धान की पौध मुरझा गई थी। इस बारिश से उसमें नई जान आ गई है। कृषि अधिकारियों का कहना है कि बारिश से सभी तरह के फसलों को लाभ हुआ है।
जागरण संवाददाता, पानीपत :
रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली। बारिश के कारण धान उत्पादक किसानों को सबसे अधिक लाभ हुआ है। तेज धूप व गर्मी के कारण उसकी धान की पौध मुरझा गई थी। इस बारिश से उसमें नई जान आ गई है। कृषि अधिकारियों का कहना है कि बारिश से सभी तरह के फसलों को लाभ हुआ है।
बृहस्पतिवार सुबह बूंदाबांदी हुई। दोपहर होते-होते झमाझम बारिश हुई। जिला पानीपत में औसतन 28 एमएम बरसात हुई। सबसे अधिक बारिश बापौली में 41 एमएम दर्ज की गई। समालखा और इसराना में बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 48 से 72 घंटे में मानसून दस्तक देगा।
पहली बारिश में बह गए सरकारी दावे
शहर में हुई पहली बारिश में ही सरकारी दावों की पोल खुल गई। जगह-जगह पानी भर गया। बाजारों में कईं घंटे तक पानी जमा रहा। नालों, ड्रेन की सफाई न होने के कारण जलभराव की समस्या रही। बारिश के कारण सड़कों पर ट्रेफिक की रफ्तार कम रही। गनीमत यह रही बारिश दिन में हुई। अमर भवन चौक, पचरंगा बाजार, इंसार बाजार, जाटल रोड, सनौली रोड, तहसील कैंप, न्यू क्लाथ मार्केट में जगह-जगह पानी भर गया। सेक्टर 18 में 2213 नंबर मकान के सामने कई माह से नाले बंद पड़े हैं। बारिश से सीवर ओवरफ्लो हो जाने सड़कों पर 4-5 फीट तक पानी भर गया। बलवान ने बताया कि मकान ढहने का खतरा है।
उमस भरी गर्मी से राहत
बारिश होने से उमस और गर्मी से काफी राहत मिली। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस पार रहने के कारण गर्मी से लोग परेशान थे। बारिश से 5 डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट रही।
कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. सुनील मान ने बताया कि अभी खरीफ सीजन की फसलों की बुवाई के लिए बारिश का होना बेहद जरूरी है। धान की रोपाई के लिहाज से भी यह समय उपयुक्त है।
15 जुलाई तक हल्की बारिश
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार शनिवार तक मानसून आ जाएगा। इसके बाद झमाझम बारिश की उम्मीद है। तापमान 40 डिग्री से अधिक नहीं जाएगा, लेकिन उमस बेचैन करती रहेगी।
8-10 घंटे तक लगे बिजली कट
आधे से ज्यादा शहर में 8 से 10 घंटे तक बिजली के कट लगे। सुबह 11 बजे बारिश होने के कारण ज्यादातर इलाके में बिजली गुल हो गई। सेक्टर 29 में 33 केवी लाइन ठप हो गई। इससे अनाज मंडी, सेक्टर 25, सेक्टर 29 में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। दो बजे 33 केवी सब-स्टेशन तो चालू हो गया, लेकिन ब्रेक डाउन होने से बिजली ठप रही।
सिटी डिविजन -1 अमर भवन चौक, किला क्षेत्र सिटी डिविजन 2 खटीक बस्ती, सनौली रोड, सेक्टर 11-12, गोहाना रोड, असंध रोड, जीटी रोड, अस्पताल फीडर पर 11 बजे गई बिजली देर शाम तक चालू नहीं हो पाई। सेक्टर 11 में बीती बुधवार की रात दो फेस में लाइट ठप हो गई। जिससे कई घरों के सुबह तक बिजली नहीं मिली।
मानसून के आने की खुशी पल भर में गम में बदली
संवाद सूत्र, थर्मल : क्षेत्र के गांव उरलाना खुर्द में वज्रपात की वजह से खेत में पेड़ के नीचे बैठे सात लोग झुलस गए। इनमें छह श्रमिक महिलाएं और एक अधेड़ किसान है। सभी को सफीदों के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। छह महिलाओं की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें पीजीआई खानपुर रेफर किया गया। हादसे के समय सभी लोग बरगद के पेड़ के नीचे खड़े थे।
बृहस्पतिवार सुबह उरलाना खुर्द के 2 परिवारों की 9 महिलाएं टोली बनाकर गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर जीतगढ़ निवासी किसान पूर्व सैनिक बलवान (65) के खेत में धान की रोपाई करने गईं। किसान बलवान भी खेत में ही था। करीब 12 बजे तेज बारिश होने पर सभी उरलाना खुर्द सरपंच सरदार दलविद्र सिंह के खेत में लगे बरगद के पेड़ के नीचे बैठ गए। तीन महिलाएं राजवंती पत्नी बलवीर (35), रीना पत्नी जयवीर (30), संतोष पत्नी कर्मवीर (38) पेड़ के नीचे से कुछ ही दूरी पर खेत में बने कमरे में चली गई। अचानक पेड़ पर वज्रपात हुआ। हादसे में छह महिलाओं सहित बलवान झुलस गया।
ये महिलाएं झुलसीं-
चंद्रपति पत्नी सुभाष (40), विद्या पत्नी रामफल (50), विद्या पत्नी इंद्रजीत (43), शीला पत्नी सतपाल (45), रीना पत्नी राजसिंह (40), नीलम पत्नी राममेहर (35)।