उत्पात पर स्कूल से निकाला गया, अब स्कूल में घुस छात्र को अधमरा कर दी धमकी
उत्पात की वजह से निकाले गए छात्र ने स्कूल में घुसकर एक छात्र को बुरी तरह से पीटा। साथ ही उसे स्कूल छोड़ने की धमकी दी।
पानीपत, जेएनएन। स्कूल से निकाले जाने पर युवक ने साथियों संग हमला कर छात्र को अधमरा कर दिया। कई छात्रों को पीटने का आरोप है। उसके खौफ से कई छात्र स्कूल छोड़ चुके हैं। गत मंगलवार को आरोपित युवक ने पांच साथियों संग महावीर आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास बारहवीं कक्षा के छात्र को डंडों और रॉड से पीटा। स्कूल छोड़ने की धमकी दी। छात्र को पीट-पीटकर बेहोश कर दिया और वीडियो भी बना लिया। वीडियो वायरल भी करना चाहते थे, लेकिन पीड़ित छात्र द्वारा पुलिस में शिकायत देने के बाद वीडियो डिलीट कर दिया।
राजाखेड़ी गांव के विजय ने पुलिस को शिकायत दी कि वह महावीर आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नॉन मेडिकल का 12वीं कक्षा का छात्र है। दो साल पहले सैनी कॉलोनी का रजत उर्फ गूगल उसी के स्कूल में पढ़ता था। रजत दोस्तों के साथ अक्सर दूसरे छात्रों के साथ मारपीट करता था। इसी वजह से रजत व उसके साथियों को स्कूल से निकाल दिया गया था। इसके बाद रजत ने कई छात्रों को पीटा और वे डर की वजह से स्कूल भी छोड़ गए। वह मंगलवार को स्कूल जा रहा था। स्कूल के पास रजत पांच दोस्तों के साथा आया और उस पर डंडे व रॉड से हमला कर दिया। सिर की चोट की वजह से वह बेहोश हो गया। उसे एक व्यक्ति ने आरोपितों के चंगुल से छुड़ाया। उसे सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया।
सिर व पैर की चोट की वजह से वह कई दिन स्कूल भी नहीं जा पाएगा। रजत की उससे कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन उसे स्कूल न आने के लिए धमका रहा था। किला थाने के कार्यकारी प्रभारी एसआइ राजेश कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर आरोपित रजत, विकास और सादिक को गिरफ्तार कर डंडे व रॉड बरामद कर ली। पूछताछ में आरोपित रजत ने बताया कि उसकी कई दिन पहले विजय के साथ कहासुनी हो गई थी। इसी वजह से उसे पीटा है। तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। अन्य की तलाश की जा रही है।
आरोपित युवकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए
स्कूल शिक्षक ने बताया कि गलत आचरण के कारण रजत व उसके साथियों को स्कूल से निकाल दिया गया था। इसके बाद भी रजत में सुधार नहीं है और व छात्रों के साथ मारपीट करता है।
स्कूल प्रशासन को पहले करनी चाहिए थी कार्रवाई
पीड़ित विजय के पिता ने कहा कि स्कूल प्रशासन को पहले ही रजत पर कार्रवाई करानी चाहिए थी। यदि स्कूल प्रशासन गंभीर होता तो बेटे के साथ मारपीट की नौबत नहीं आती। उधर दैनिक जागरण ने स्कूल प्रिंसिपल
से बात करनी चाही तो उन्होंने इन्कार कर दिया।