राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना होगा साकार, खादी से रोशन होगा Haryana
अब सभी राशन डिपो पर खादी और हैफेड के सभी उत्पाद मिलेंगे। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरू में प्रत्येक जिले के पांच राशन डिपो का चयन किया जाएगा।
पानीपत/अंबाला, [उमेश भार्गव]। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपने को साकार करने के लिए प्रदेश सरकार ने सार्थक कदम उठाया है। सरकार ने अब हर घर में खादी और स्वदेशी उत्पाद पहुंचाने के लिए सरकारी राशन डिपो को सहारा लेने की योजना बनाई है। इससे स्वदेशी उत्पाद जहां आम जन की पहुंच में होंगे, वहीं डिपो संचालक की माली हालत भी सुधर जाएगी।
दरअसल सरकार ने प्रदेशभर के हर जिले में राशन डिपुओं के माध्यम से खादी के अतिरिक्त हैफेड के उत्पाद की बिक्री करने का निर्णय लिया है। पायलेट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेशभर से जिला खाद्य आपूर्ति विभाग से 5-5 ऐसे डिपो होल्डर की लिस्ट मांगी गई है जिनके पास 600 से अधिक कार्डधारक राशन लेने आते हैं।
चंडीगढ़ में हुई बैठक
पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने पर सभी राशन डिपुओं पर यह उत्पाद उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। योजना को अंतिम स्वरूप देने के लिए बुधवार को चंडीगढ़ कार्यालय में प्रदेशभर के राशन डिपो धारक यूनियन के प्रतिनिधियों को विभाग ने सरकार की योजना से अवगत करवाया गया।
ये उत्पाद होंगे डिपो पर उपलब्ध
खादी बोर्ड के आचार, शैंपू, साबुन, सर्फ, आचार, झाडू, अगरबत्ती, डिटरजेंट पाउडर, फेसवॉश, टूथपेस्ट, मेहंदी इत्यादि दैनिक उपयोग की सामग्री राशन डिपुओं पर मिलेंगी। वहीं हैफेड के चावल, तेल, आटा, चीनी, दालें, बेसन इत्यादि भी सरकारी डिपुओं पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। राशन कार्ड धारक के अलावा अन्य लोग भी इनकी खरीदारी कर सकेंगे।
कमीशन और रेट पर अभी नहीं हो सका फैसला
खादी और हैफेड के उत्पाद किस रेट पर डिपो धारक को मिलेंगे और वहां से आमजन को कितने फीसद की छूट पर उपलब्ध कराए जाएंगे यह अभी तय नहीं हो सका। हालांकि इसके लिए विभाग ने एडिशनल डायरेक्टर एनके मित्तल की अगुआई में छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी रेट व शर्तें तय करेगी।
अंबाला से सात डिपोधारकों के भेजे गए नाम
खादी और हैफेड के प्रोडेक्ट्स के लिए अंबाला के सात डिपो होल्डर जिनमें लखबीर सिंह, सुदेश, अमित कुमार, दीपक, अलीशेर, राजकुमार, हरप्रीत कौर के नाम भेजे गए हैं। इस बारे में डीएफएससी निशांत राठी ने मंगलवार को राशन डिपो धारक एसो. के पदाधिकारियों की बैठक ली थी
शुरुआत में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत काम किया जाएगा। इस बारे में बुधवार को चंडीगढ़ कार्यालय में बैठक भी बुलाई गई थी। जल्द ही खादी और हैफेड के उत्पाद राशन डिपुओं पर आमजन के लिए उपलब्ध होंगे।
निशांत राठी, डीएफएससी।
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