ये कहानी आपको रुला देगी, एसिड अटैक की शिकार मांग रही न्याय
अंबाला की एक महिला दर्द से तड़प रही है। लिखकर ही अपनी बात कह पा रही है। उसने एक कागज पर लिखकर कहा, बेहद दर्द हो रहा है। पुलिस क्यों नहीं हमलावर को पकड़ पा रही। उसे न्याय चाहिए।
जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत - पूरे शरीर पर कपड़े की पट्टियां लिपटी हैं। पत्थर की तरह बिस्तर पर पड़ी एक महिला दर्द से तड़प रही है। न करवट बदल सकती है, न कुछ खा पी सकती। गले की नसें भी लगभग खत्म सी हो चुकी हैं। जैसे-तैसे यहां-वहां ड्रिप लगाकर जीने के लिए जरूरी चीजें ड्रिप के जरिए उसे दी जा रही हैं। लेबर विभाग में कार्यरत तेजाब पीड़िता कविता की हालत इस समय कुछ ऐसी ही है।
बर्न यूनिट बिस्तर नंबर छह चंडीगढ़ 32 अस्पताल में मौत से लड़ रही कविता जीना चाहती है। बृहस्पतिवार को कविता की दाई आंख का ऑपरेशन हुआ। इस आंख की रोशनी पूरी तरह से जा चुकी है। डाॅक्टर ने भी अब इस आंख की रोशनी नहीं आने की आशंका जता दी थी। अलबत्ता अब शायद ही कभी कविता इस आंख से देख सके। कविता न बोल पा रही है न ही देख। क्योंकि दूसरी आंख से भी उसे अभी बेहद कम दिखाई दे रहा है। वह इशारों को समझती है। साथ ही लिखकर अपनी बात कहती है। बृहस्पतिवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ चंडीगढ़ अस्पताल में पहुंची। करीब चार घंटे तक कविता की आंख का आॅपरेशन चला।
लिखकर कहा, उसे सजा दो, बहुत दर्द हो रहा है
कविता दर्द से तड़प रही थी। उसने लिखकर बताया कि उसकी आंख में बहुत दर्द हो रहा है। इसीलिए उसे दवा दी जाए। नम्रता गौड़ के पूछने पर उसने लिख कर दिया कि मोती हांसी में है और उसे वहीं पर मारो। उसे छोड़ा न जाए। उसे सजा करवाई जाए। उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। पीड़ित कविता ने लिखकर कहा कि वह जीना चाहती है। उसका अच्छे अस्पताल में इलाज करवाया जाए। महिला आयोग की सदस्य द्वारा पूछे जाने पर उसने गर्दन हिलाकर कहा कि मोती ने ही उसे यह धमकी दी थी कि वह उसकी जिंदगी बर्बाद कर देगा। यदि वह उसकी नहीं हुई तो वो उसे कहीं की नहीं छोड़ेगा। इससे पहले उसकी मां प्रेम लता ने नम्रता गौड़ को सारी बात बताई थी।
बाल विवाह हो गया था आरोपित मोती का
आरोपित मोती का बाल विवाह हो गया था, फिर भी उसने कविता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। कविता ने उसे यही कहा था कि तुम्हारी शादी हो चुकी है। जितना तुम मेरे बारे में सोचते हो, इतना ध्यान अपनी बीवी और बच्चों पर दो। कविता एमए कर चुकी थी जबकि आरोपी 10वीं पास ही है। शादी के बाद भी आरोपी मोती ने कविता का पीछा नहीं छोड़ा। साथ ही उसे यह कह दिया था कि यदि वह उसकी नहीं हो सकती तो वह उसे किसी की नहीं होने देगा।
डॉक्टर करना चाहते थे चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी
डाॅक्टर मितेश बेदी ने टीम के सामने बताया कि वह कविता के चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी करना चाहते थे लेकिन उसके पति ने ऐसा करने से उन्हें रोक दिया है। वहीं आंख का आपरेशन करने वाली डाॅक्टर ने बताया कि उसकी पुतली और आंख डैमेज हो चुकी है। इसीलिए कविता शायद ही इस आंख से कभी देख पाए। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी एक ओर आपरेशन करके देखेंगे। फिलहाल उसकी आंख का आॅपरेशन इसीलिए करना पड़ा ताकि पुतली के जरिए आंख से खून न उतर आए।
क्या कसूर था मेरी बेटी का
अस्पताल में कविता की मां, बहन और भाभी उसकी देखरेख में हैं। मां कविता की आंखों से आंसू नहीं रूक रहे। प्रेम लता कहती है कि मेरी बेटी का क्या कसूर था। इसे किसी भी तरह बचा लो। इसका प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा दो। मां ने बेटी के इलाज के लिए मुआवजे की मदद दिलाने की मांग भी रखी। साथ ही मुख्यमंत्री तक उसकी बात बताने की गुहार लगाई। 15 दिनों में होगी कुछ स्थिति स्पष्ट अभी कविता जिंदगी और मौत से जूझ रही है। वह ठीक होगी भी या नहीं अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। डाॅक्टरों का कहना है कि 15 दिन के बाद ही कुछ स्थिति सामने आ सकती है। इसके बाद ही यह बताया जा सकेगा कि उसमें कुछ सुधार भी हो रहा है या नहीं।
तीन महीने पहले बनी योजना
आरोपितों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि करीब तीन माह पहले तेजाब फेंकने की योजना बनाई गई थी। इसी योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए मुख्य आरोपित मोती, जोकि कविता की बुआ की ननद का बेटा है, अपने साथ नीतिन और अरुण को लेकर अंबाला आया था। इस दौरान तीनों ने पूरे एरिया की रैकी की थी। इसके बाद मोती हांसी वापस लौट गया और नीतिन व अरुण ने वारदात को अंजाम देने के लिए अंबाला में ही डेरा जमा लिया। यहां एक रात धर्मशाला में रूके। इसके बाद मोती ने उन्हें वापस बुला लिया। क्योंकि दो अक्टूबर को गांधी जयंती का अवकाश था।
पंचायत ने सुलझाया था पहले भी विवाद
कविता को लेकर मोती अपने मन में कई वर्षों से गलत भावना रखता था। करीब दो साल पहले भी उसने कविता के साथ कुछ गलत हरकत की थी। मामला पंचायत तक पहुंच गया था और पंचायत ने ही इस मामले को सुलझाया था। इसके बाद भी मोती नहीं सुथरा। मोती ने करीब एक साल पहले कविता को धमकी दे दी थी कि यदि उसने अपने पति को छोड़कर उसके साथ शादी नहीं की तो उसके ऊपर तेजाब फेंक देगा। कविता पर इस बात का भी कोई असर नहीं पड़ा।
11वीं कर आइटीआइ में पढ़ रहा है आरोपी नीतिन
आरोपी नीतिन और अरुण साथी हैं। नीतिन मोती का अच्छा दोस्त था। इसीलिए नीतिन ने अरुण की मुलाकात मोती से करवाई थी। अरुण ने 11वीं करने के बाद स्कूल छोड़ दिया था। अब उसने आइटीआइ में दाखिला ले लिया था। साथ ही अब वह गुरुग्राम में एक दुकान में काम कर रहा था। नीतिन को मोती ने कहा था कि यदि कविता से उसकी शादी हो जाती है तो वह उसे मोटरसाइकिल दिला देगा। नीतिन भी इस लालच में आ गया। उसने सपने संजो लिए थे कि अब आइटीआइ में मोटरसाइकिल पर जाएगा और खूब तफरी करेगा।
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