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आगरा फिरोजाबाद की तर्ज पर पीएनजी की सुविधा रंगाई उद्योगों को दी जाए

पेटकोक पीएनजी से सस्ता पड़ता है। इसीलिए यहां का उद्योग पंजाब पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिफ्ट हो जाएगा। टेक्सटाइल उद्योगों को बचाने के लिए आगरा फिरोजाबाद की तर्ज पर सरकार को उद्योगों की मदद करनी चाहिए। तभी यहां का उद्योग बच पाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 06:50 AM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 06:50 AM (IST)
आगरा फिरोजाबाद की तर्ज पर पीएनजी की सुविधा रंगाई उद्योगों को दी जाए

जागरण संवाददाता, पानीपत : एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के अनुसार सभी उद्योगों को पीएनजी पर शिफ्ट करने से पानीपत का टेक्सटाइल उद्योग तबाह हो जाएगा। अन्य राज्यों में उद्योग पेट कोक पर चलते हैं। पंजाब के लुधियाना भी पेटकोक का इस्तेमाल हो रहा है। पेटकोक पीएनजी से सस्ता पड़ता है। इसीलिए यहां का उद्योग पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिफ्ट हो जाएगा। टेक्सटाइल उद्योगों को बचाने के लिए आगरा, फिरोजाबाद की तर्ज पर सरकार को उद्योगों की मदद करनी चाहिए। तभी यहां का उद्योग बच पाएगा।

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आगरा में 10 हजार से अधिक फाउंड्री लगी हुई है। जबकि फिरोजाबाद में हजारों कांच की चूड़ी बनाने वाले उद्योग लगे हुए हैं। इन उद्योगों से फैल रहे वायु प्रदूषण के कारण ताजमहल पर असर पड़ने लगा था। ताजमहल को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दोनों शहरों में पीएनजी पर उद्योग शिफ्ट करवाए। इसके लिए सरकार ने उद्योगों की मदद की। उसी तर्ज पर पानीपत में रंगाई उद्योगों, टेक्सटाइल उद्योगों की पीएनजी पर शिफ्ट करने के लिए मदद की जाए। पीएनजी कोयले की तुलना में ढाई गुणा अधिक महंगी पड़ती है। जिससे प्रॉडक्ट की उत्पादन लागत बढ़ जाती है। पानीपत के उद्यमियों ने प्रदेश सरकार से टेक्सटाइल उद्योगों को बचाने की मांग की है। इसके लिए पीएनजी की आपूर्ति सस्ती देने की व्यवस्था हो। लघु उद्योग होंगे बंद

पानीपत डायर्स एसोसिएशन के सचिव मुकेश रेवड़ी का कहना है कि एनजीटी के आदेशों से छोटे-छोटे उद्योग बंद हो जाएंगे। ये उद्योग इतना अधिक बोझ वहन करने में सक्षम नहीं है। 800 रंगाई उद्योगों में 300 से अधिक लघु उद्योग हैं।

लघु उद्योगों से निकलने वेस्ट को उठाने का प्रबंध हो

लघु उद्योगों में पानी साफ करने के बाद निकलने वाले सलज (वेस्ट) को उठाने का प्रबंध भी होना चाहिए। इसके लिए जिस प्रकार घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा है। उसी तरह से वेस्ट को उठवाया जाए। और उसे डंप करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

जागरण से मंच से उठाया मामला

उद्यमी यह मामला दैनिक जागरण के मंच से उठा चुके हैं। उसके बाद उन्होंने पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा के समक्ष मुद्दा उठाया। वायु, जल प्रदूषण रोकने को लेकर एनजीटी के सख्त आदेशों से यहां के उद्योगों में घबराहट है।


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