करनाल में पकड़े आतंकवादी मामले में खुला एक और राज, मेरठ से जुड़े तार, मास्टरमाइंड का भी लगा सुराग
Terrorist in Karnal आतंकवादियों के पास से मिली फर्जी आरसी में एक नया राज खुला। अब मेरठ से भी जुड़े तार। वर्कशाप संचालक माना जा रहा मास्टरमाइंड। अंबाला के रहने वाले आरोपित नितिन से पूछताछ में खुला एक और राज।
करनाल, जागरण संवाददाता। बसताड़ा टोल प्लाजा पर पकड़े गए आतंकियों के पास दो फर्जी आरसी मिलने के बाद अब इस मामले के तार मेरठ से भी जुड़ गए हैं। यहां एक वर्कशाप संचालक ही मास्टरमाइंड माना जा रहा है। वहीं किसी गाड़ी के इंजन नंबर व चैसी नंबर के आधार पर फर्जी आरसी तैयार करता था तो नितिन के पास डिलीवरी पहुंचा देता था, जिसके बाद नितिन से आगे ये नेटवर्क में जुड़े अन्य लोगों तक पहुंच जाती थी।
यह राज सीआइए टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए अंबाला के मेहमदपुर के रहने वाले आरोपित नितिन शर्मा से प्रांरभिक पूछताछ में खुला है। जिसके बाद अब पुलिस इस युवक को गिरफ्त में लेने के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं आरोपित नितिन को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जिस दौरान और भी रहस्योद्वाटन होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस अनुसार अभी तक जांच में सामने आया है कि आरोपित नितिन से आगे चार से पांच लोगों तक फर्जी आरसी पहुंची, जिसके बाद दो आरसी बसताड़ा टोल प्लाजा पर पकड़े गए आतंकियों के पास भी पहुंच गई। इनमें से एक आरसी यमुनानगर तो दूसरी पानीपत की गाड़ियों की थी। नितिन शर्मा पर यमुनानगर में फर्जी आरसी बनाने के आरोप में मामला दर्ज है और इसमें पुलिस से बचने के लिए वह जम्मू फरार हो गया था।
चारों आरोपित अदालत में होंगे पेश
पांच मई को करनाल पुलिस ने बसताड़ा टाेल प्लाजा पर आतंकी गुरप्रीत सिंह व उसके भाई अमनदीप सिंह वासी विंजो जिला फिरोजपुर, भूपिंद्र वासी गांव भाटिया जोड़ान जिला लुधियाना, परमिंंद्र सिंह वासी गांव माखु जिला फिरोजपुर को इनोवा कार सहित गिरफ्तार किया था। कार से तीन आइइडी, एक पिस्तौल, 31 जिंदा कारतूस व एक लाख 30 हजार रुपये की रकम बरामद हुई थी।
जांच में सामने आया था कि ये आरोपित विस्फोटक व हथियार तेलंगाना के आदिलाबाद में पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा द्वारा एप के जरिए बताई लोकेशन पर रखने थे। पुलिस ने उसी दिन ही आरोपितों को 10 दिन के रिमांड पर लिया था। रविवार को यह रिमांड खत्म होने पर इन्हें फेर अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस इन्हें जांच पूरी करने के लिए फिर रिमांड पर ले सकती है।