छेड़खानी का केस वापस नहीं लेने पर किशोरी और उसके परिवार को पीटा
छेड़खानी की शिकायत वापस नहीं लेने और समझौता नहीं करने पर आरोपितों ने किशोरी व उसके परिवार वालों को पीटा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : छेड़खानी की शिकायत वापस नहीं लेने और समझौता नहीं करने पर आरोपित के परिवार और अन्य ने पीड़िता किशोरी, उसकी सहेली और माता-पिता की पिटाई कर डाली। इतना ही घर में पत्थर भी बरसाए। पीड़िता का आरोप है कि किला थाना के कार्यकारी प्रभारी ने भी उन्हें धमकाया और समझौते के लिए दबाव डाला। पीड़िता और उसके परिजन बुधवार को एसपी संगीता कालिया से मिले।
पीड़िता ने बताया कि जगदीश नगर निवासी आशीष ने उसके साथ छेड़खानी की थी। उसने 18 फरवरी को किला थाने में केस दर्ज कराया था। तब पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपित की मां ने समझौते के लिए दबाव डाला, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद 14 मार्च को उनके खिलाफ जातिसूचक शब्द कहने का केस दर्ज करा दिया गया, जो कि डीएसपी की जांच में झूठा मिला।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि गत 4 जून को रात आठ बजे वह घर पर सहेली के साथ थी। तभी राहुल और उसका भाई आए और उन्होंने छेड़खानी कर धमकाया कि आशीष के खिलाफ शिकायत वापस नहीं ली तो वे उसे मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद उसके मुंह पर काट भी लिया। आरोपितों ने बालेश, बल्ली और अन्य चार-पांच लोगों को बुलाकर उसकी, उसके माता-पिता और सहेली की पिटाई कर दी। परिजनों ने उन्हें सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया।
पीड़ित किशोरी के पिता ने आरोप लगाया कि किला थाना के कार्यकारी प्रभारी और एक महिला पुलिसकर्मी ने घर आकर उसे धमकाया कि मामले में समझौता कर लो। एसपी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।