डोर-टू-डोर तलाशे जाएंगे टीबी के मरीज, 27 तक अभियान
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को 15 दिवसीय दस्तक अभियान शुरू हुआ है। टीमें घरों में जाकर लक्षणों के आधार पर टीबी मरीजों को चिह्नित करेंगी। उन्हें जांच के लिए नजदीकी सीएचसी-पीएचसी या सिविल अस्पताल भेजेंगी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को 15 दिवसीय दस्तक अभियान शुरू हुआ है। टीमें घरों में जाकर लक्षणों के आधार पर टीबी मरीजों को चिह्नित करेंगी। उन्हें जांच के लिए नजदीकी सीएचसी-पीएचसी या सिविल अस्पताल भेजेंगी। यह अभियान 27 जुलाई तक चलेगा।
नोडल अधिकारी डा. आशीष ने बताया कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। एक पखवाड़े के इस दस्तक अभियान में एएनएम, आशा वर्कर, बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी और प्रोग्राम के सुपरवाइजर अपना योगदान देंगे।
उन्होंने बताया कि गांव-कालोनी का जिम्मेदार व्यक्तियों का भी सहयोग लिया जाएगा। स्लम बस्तियों, औद्योगिक एरिया के रिहायशी एरिया, कंस्ट्रक्शन साइट्स, ईंट-भट्ठों सहित अन्य हाई रिस्क एरिया में विशेष फोकस रहेगा।
नोडल अधिकारी के मुताबिक एक्टिव-आशंकित मरीजों को जांच के लिए सिविल अस्पताल या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा। केस कंफर्म होने पर मरीज का इलाज शुरू होगा। उसे निक्षय पोषण योजना (500 रुपये मासिक) का लाभ भी दिलाया जाएगा। टीबी प्रभावित लोगों में मुख्य लक्षण
-दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी।
-दो हफ्ते से अधिक समय से बुखार।
-बलगम और खून का आना।
-लगातार वजन घटना, थकान व कमजोरी।
-भूख नहीं लगना, रात को अधिक पसीना आना। ये बरतें सावधानी
-धूम्रपान व शराब का सेवन न करें।
-धूल व धुआं वाले वातावरण से बचें।
-रोग होने पर मुंह को रूमाल से ढंकें।
-खांसते-छींकते समय मुंह नाक को ढकें।
-8-9 माह तक निरंतर इलाज कराएं।
-डाइट चार्ट के मुताबिक भोजन का सेवन करें।