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गन्ने का उत्पादन 55 लाख, पेराई 28 लाख क्विंटल, कहां ले जाएंगे किसान

गन्ने का उत्पादन 55 लाख पेराई 28 लाख क्विंटल कहां ले जाएंगे किसान।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 09:24 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 09:24 AM (IST)
गन्ने का उत्पादन 55 लाख, पेराई 28 लाख क्विंटल, कहां ले जाएंगे किसान

जागरण संवाददाता, पानीपत : शुगर मिल के 63वें सत्र की शुरुआत मंगलवार को ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा और डीसी सुमेधा कटारिया ने की। इस मौके पर हवन किया गया। तीन बजे गन्ने की पेराई शुरू हो गई। अधिकारियों ने पहले दो ट्रैक्टर, दो ट्रक और दो बुग्गियों में गन्ना लेकर आए किसानों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। दशकों पुरानी मिल 28 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर सकती है, जबकि जिले में 55 लाख क्विंटल गन्ने का उत्पादन होने का अनुमान है। 27 लाख क्विंटल सरप्लस गन्ने को किसान कहां ले जाएंगे, इसकी चिंता उन्हें सता रही है।

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मिल में गन्ना लेकर आए किसानों ने बताया कि रेस्ट हाउस पर ताला लगा है। पूरा दिन ट्रैक्टर पर बैठकर ही बिताना पड़ा। यहां एक ही कैंटीन है जो शाम 8 बजे बंद हो जाती है। जिले के किसानों की करोड़ों रुपये की पेमेंट तीन साल से इकबालपुर शुगर मिल की पेमेंट अटकी है। सरकार को जल्द से जल्द डाहर में निर्माणाधीन शुगर मिल चालू करानी चाहिए, ताकि सरप्लस गन्ने की पेराई हो सके। सरप्लस गन्ने की पेराई की पर्ची दिला किसानों को धोखे से बचाए अधिकारी

फोटो नंबर 54 ए

नारायणा गांव के संदीप ने बताया कि वह सोमवार से मिल में 10 ट्राली गन्ना लेकर खड़ा है। पेराई सत्र शुरू होते ही कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। 6 माह तक मुफ्त वेतन लेने वाले कर्मचारियों को ऐसे प्रदर्शन कर किसानों की परेशानी नहीं बढ़ानी चाहिए। वहीं अधिकारियों को सरप्लस गन्ने की चिता खत्म करने के लिए दूसरे मिलों की पर्ची दिलानी चाहिए। ताकि इकबालपुर की तरह दोबारा किसान धोखाधड़ी का शिकार ना बने।

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डाहर मिल में प्रतिदिन 50 हजार क्विंटल गन्ने की होगी पेराई

मुख्य अतिथि ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा ने कहा कि पानीपत शुगर मिल में प्रदेश की एकमात्र ऐसी मिल है, जिसमें नई और पुरानी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगले सीजन में डाहर शुगर मिल में प्रतिदिन 50 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई की जाएगी। 28 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। डीसी सुमेधा कटारिया ने कहा कि पिछले सत्र में 25.56 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई से 9.77 किलोग्राम प्रति क्विंटल के हिसाब से चीनी उत्पादन हुआ था। मिल के प्रबंध निदेशक प्रदीप अहलावत ने कहा कि मिल सही ढंग से काम करे, इसलिए इंजीनियर पहले ही ट्रायल ले चुके है। इस मौके पर डॉ. रमेश सरोहा, सुक्रमपाल सिंह, ईश्वर सिंह, रामनिवास शर्मा, विष्णु कौशिक, धूप सिंह, बिजेंद्र मलिक, शेर सिंह खर्ब, पूर्व डॉयरेक्टर दिलबाग आदि मौजूद रहे।


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