सुभाष कुहाड़ दूसरी बार बने जाट धर्मार्थ सभा के प्रधान
जाट धर्मार्थ सभा के चुनाव में समालखा के सुभाष कुहाड़ दूसरी बार प्रधान चुने गए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी विशाल सहरावत को 41 मतों से पराजित किया।
जागरण संवाददाता, समालखा : जाट धर्मार्थ सभा के चुनाव में समालखा के सुभाष कुहाड़ दूसरी बार प्रधान चुने गए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी विशाल सहरावत को 41 मतों से पराजित किया। धर्मबीर राठी उपप्रधान और शमशेर जौरासी कैशियर चुने गए हैं। शमशेर को 98 वोटों से जीत मिली, जबकि धर्मबीर राठी 89 वोटों से विजेता रहे। रणसिंह निर्विरोध महासचिव चुने जा चुके हैं। कार्यणकारिणी के 17 सदस्यों का चयन भी पहले ही सर्वसम्मति से हो चुका है। चुनाव अधिकारी मास्टर रण सिंह ने उक्त जानकारी दी है। शांतिपूर्ण रहा चुनाव
ताऊ देवीलाल बीएड कॉलेज, मनाना में जाट धर्मार्थ सभा के चुनाव की तैयारी पिछले महीने से चल रही थी। सुबह 9 बजे चुनाव शुरू होने से पहले ही लोग पहुंचन शुरू हो गया थे। पुलिस का पुख्ता इंतजाम था। गेट के बाहर प्रत्याशियों के एजेंट बैठे थे, जो समर्थकों को पर्ची बनाकर दे रहे थे। वोटर के सिवाय अन्य को कॉलेज परिसर के अंदर जाने पर रोक थी। एक-एक वोट पर थी प्रत्याशियों की नजर
कांटे की टक्कर के कारण प्रत्याशियों की एक-एक वोट पर नजर थी। आगरा, सोनीपत, करनाल, फरीदाबाद, चंडीगढ़, दिल्ली में रह रहे सभा के सदस्यों को मतदान के लिए बुलाया गया था। प्रत्याशियों का उनसे सीधा संपर्क था। चुनाव में प्रतिष्ठा दांव पर होने से प्रत्याशी एक एक वोट को कीमती समझ रहे थे और मतदाताओं पर आने का दबाव बनाए हुए थे। जाट धर्मार्थ सभा के कुल सदस्यों की संख्या 32 सौ के करीब है। विकास कार्यों की रहेगी प्रमुखता
दूसरी बार प्रधान बने सुभाष कुहाड़ ने कहा कि उन्होंने पिछले तीन साल के कार्यकाल में भी संस्था का विकास किया है। इसीलिए लोगों ने दूसरी बार उन्हें चुना है। उनका अगला लक्ष्य भी भाईचारे के साथ विकास है। वोट की राजनीति से ऊपर उठकर वे संस्था के लिए काम करेंगे। सभी को बराबर मान सम्मान देंगे। उपप्रधान धर्मबीर राठी ने कहा कि सभी को साथ लेकर चलना उनकी प्राथमिकता होगी। संस्था के विकास में उनका पूरा सहयोग रहेगा। कोषाध्यक्ष शमशेर सिंह ने कहा कि कामकाज में पारदर्शिता उनकी प्राथमिकता होगी। वे पहले भी को-ऑपरेटिव सोसाइटी के पदाधिकारी रह चुके हैं। सेवा के लिए चुनाव लड़े हैं।