भूलकर भी न करें ये गलती, हरियाणा के इन छात्रों को नहीं मिलेगा छात्रवृत्ति का लाभ
हरियाणा में शिक्षा निदेशालय ने छात्रवृत्ति की घोषणा की है। वहीं दाखिले के समय पोर्टल पर पीपीपी यानी परिवार पहचान पत्र की जानकारी देनी होगी। तभी मिलेगा छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ। परिवार पहचान पत्र अटल सेवा केंद्रों से बनवाए जा सकते हैं।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। दाखिले के समय अब छात्रों को परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) देना होगा। जिन छात्रों का पीपीपी नहीं होगा, उन्होंने छात्रवृत्ति या प्रोत्साहन राशि का लाभ नहीं मिलेगा। इसके लिए मौलिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि पीपीपी का डाटा पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
शिक्षकों की इसमें जिम्मेदारी लगाई गई है। सरकार ने अब प्रदेश में परिवार पहचान पत्र अनिवार्य किया है। बच्चे से लेकर बड़ों तक को पीपीपी बनवाना होगा। यह पीपीपी खातों से भी अटैच किए गए हैं। सरकारी कर्मचारियों के लिए भी यह जरूरी किया गया है। यदि किसी कर्मचारी ने पीपीपी नहीं दिया है, तो उसकी सैलरी तक रोकी गई। बाद में सभी सरकारी कर्मियों ने पीपीपी दिए। इसके लिए अलग से ड्राइव चलाई गई थी।
अलग से बनाना होगा कालम
सरकारी स्कूलों में नए दाखिले के समय सभी छात्रों को पीपीपी देना होगा। पोर्टल पर छात्रों का डाटा फीड करते हुए अलग से एक कालम पीपीपी का बनेगा। जिससे पात्रता के दायरे में आने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके। इन आदेशों के बाद शिक्षकों ने छात्रों के अभिभावकों को पीपीपी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
अटल सेवा केंद्रों पर बनवा सकते हैं पीपीपी
पीपीपी अटल सेवा केंद्र पर बनवाए जा सकते हैं। पहले निजी स्कूलों में भी पीपीपी के लिए शिविर लगाए गए थे। जिसमें प्रत्येक स्कूल का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। हालांकि अब भी काफी लोग ऐसे हैं, जिनके पास पीपीपी नहीं है। वह अटल सेवा केंद्र के माध्यम से पीपीपी बनवा सकते हैं, क्योंकि अब सरकार ने पीपीपी हर योजना के लिए अनिवार्य कर दिया है। इस पहचान पत्र में हर व्यक्ति की आय सहित परिवार का पूरा लेखा जोखा होगा। इससे सरकार के पास जानकारी होगी कि किस व्यक्ति की कितनी आय है और वह किस योजना की पात्रता के दायरे में है। आयुष्मान योजना का भी लाभ सरकार पीपीपी के जरिए ही देने जा रही है।