हड़ताल पर कर्मी, कार्यालयों में सन्नाटा
राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पहले दिन मिला-जुला असर रहा। बिजली कार्यालय के सामने कर्मचारियों ने दिन भर कामकाज छोड़ धरना-प्रदर्शन किया। वहीं, कारखाना मजदूर यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक, मिड डे मील कार्यकर्ता यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने भी नई अनाज मंडी से लेकर रेलवे स्टेशन तक रोष मार्च निकाल सरकार को जमकर कोसा।
जागरण संवाददाता, समालखा : राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पहले दिन मिला-जुला असर रहा। बिजली कार्यालय के सामने कर्मचारियों ने दिन भर कामकाज छोड़ धरना-प्रदर्शन किया। वहीं, कारखाना मजदूर यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक, मिड डे मील कार्यकर्ता यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने भी नई अनाज मंडी से लेकर रेलवे स्टेशन तक रोष मार्च निकाल सरकार को जमकर कोसा। बिजली निगम में 80 प्रतिशत कर्मचारी हड़ताल में शामिल होने के कारण कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। उपभोक्ताओं को निराश लौटना पड़ा। हालांकि, बिजली सप्लाई पर कोई खास असर नहीं पड़ा। ये है मांग
हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन के महासचिव बालकुमार शर्मा ने मांग की कि सरकार निजीकरण की बजाय वेतन विसंगतियों को दूर करे, जोखिम भत्ता दे, पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करे, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करे और न्यूनतम वेतन 18 हजार प्रति माह दे। चेतावनी देते हुए कहा कि मांगें नहीं मानी गई तो कर्मचारी आंदोलन को मजबूर होंगे। इस मौके पर जगदीश, सतीश मलिक, मोहित देसवाल, राज ¨सह कटारिया, राजेश रावल, रवींदर प्रधान, अशोक कुमार, सुभाष, गंगाराम शर्मा, योगेश कुमार, कुलदीप, सतीश, रणबीर ¨सह, एमआई खान, बलान, शिवम आदि मौजूद रहे। कार्यालय में कामकाज ठप
हड़ताल के चलते निगम के कर्मचारी हड़ताल पर बैठे तो दिन भर कार्यालय में कामकाज ठप रहा। बिजली बिल आदि काम को लेकर आने वाले उपभोक्ताओं को निराश होकर वापस ही लौटना पड़ा। एक्सईएन डीएस छिक्कारा ने बताया कि बिहोली, समालखा व छाजपुर सब डिवीजन के 159 में से 127 जनरल ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी हड़ताल में शामिल होने पर गैरहाजिर रहे। निकाला जुलूस
एआइयूटीयूसी से संबंधित कारखाना मजदूर यूनियन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एंड सहायिका, मिड डे मील कार्यकर्ता यूनियन से वर्कर नई अनाज मंडी में एकत्र हुए और वहां से एक हाथों में झंडे, बैनर व मांग पट्टियां लेकर नारे लगाते हुए सर्विस लेन, रेवे रोड से होते हुए स्टेशन तक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सरकारी कर्मचारी का दर्जा दो, कच्चों को पक्का करो, समान काम समान वेतन लागू हो, श्रम कानूनों को उद्योगपतियों के स्वार्थ में बदलना बंद करो आदि मांगों के नारे लगाए। इस मौके पर कॉमरेड हरिप्रकाश, प्रधान बिमला नैन, सुमन रानी, महेंदर ¨सह, शेर ¨सह, राजबीर ¨सह, दलबीर ¨सह, जीत ¨सह, रामफल ¨सह, गोपाल, राममेहर आदि मौजूद रहे।