स्ट्रीट लाइटें खराब, तीन साल से अंधेरे के आगोश में डूबा रेलवे रोड
दीप से रोशन करने वाली दीपावली आ रही है, लेकिन कस्बे का मुख्य मार्ग रेलवे रोड अंधेरे के आगोश में है। जिस पर सारा बाजार लगता है। ये हालात पिछले तीन साल से है। लेकिन नगरपालिका स्ट्रीट लाइटों को ठीक नहीं करा पाई है। इसके कारण शाम होते ही बाजार में अंधेरा छा जाता है। अंधेरे के बीच न केवल दुकानों में चोरी हो रही है, बल्कि दिखाई न देने पर इधर-उधर खड़े आवारा पशुओं से टकराने पर वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे है।
जागरण संवाददाता, समालखा : दीप से रोशन करने वाली दीपावली आ रही है, लेकिन कस्बे का मुख्य मार्ग रेलवे रोड अंधेरे के आगोश में है। जिस पर सारा बाजार लगता है। ये हालात पिछले तीन साल से है। लेकिन नगरपालिका स्ट्रीट लाइटों को ठीक नहीं करा पाई है। इसके कारण शाम होते ही बाजार में अंधेरा छा जाता है। अंधेरे के बीच न केवल दुकानों में चोरी हो रही है, बल्कि दिखाई न देने पर इधर-उधर खड़े आवारा पशुओं से टकराने पर वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे है।
2014 में लगी थी लाइटें
वर्ष 2014 में कस्बे में रेलवे रोड पर पुराना बस अड्डा से रेलवे स्टेशन तक एलईडी स्ट्रीट लाइट के करीब दो दर्जन से ज्यादा खंभे खड़े किए गए थे। ताकि रात होने पर रेलवे रोड रोशन हो सके और लोगों को आने जाने में किसी तरह की परेशानी न हो सके। लेकिन पिछले जून 2015 में तेज आंधी आने पर माता पुली रोड के पास एक खंभा टूटकर नीचे गिरा तो नीचे से गुजर रही केबल में ऐसी खराबी आई की रेलवे रोड बेरोशन हो गया, जिसके कारण बाजार में शाम होते ही सड़क पर अंधेरा छा जाता है।
लगा चुके है गुहार
कस्बावासी पिछले तीन साल में अनेक बार बंद रेलवे रोड पर खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को चालू कराने के लिए नपा सचिव, चेयरमैन से लेकर एसडीएम तक को गुहार लगाई जा चुकी है। परंतु हर बार जल्द ही चालू कराने का आश्वासन मिल जाता है। नपा की इस कार्यप्रणाली से कस्बे के लोगों में रोष पनप रहा है।
चोरी होने का भय
कस्बावासी संदीप, चंद्रप्रकाश, हासिम, चांद, शिव कुमार व रमन का कहना है कि रेलवे रोड कस्बे का मुख्य बाजार व रास्ता है। जहां कई साल से स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी है। परंतु नपा की तरफ से उनको ठीक कराने की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लाइटें चालू न होने के कारण अंधेरा होने पर दुकानों व मकानों आदि में चोरी होने का भय बना रहता है।
अंधेरे के चलते होते हैं हादसे
रेलवे रोड पर बाजार के साथ फल व सब्जी की रेहड़ी भी लगती है। रेहड़ी वाले बची सब्जी आदि को सड़क पर डाल देते है। उसी को खाने के लिए शाम होते ही आवारा गोवंश की भीड़ सड़क पर लग जाती है। जो स्ट्रीट लाइट के खराब होने पर अंधेरे में दिखाई न देने के कारण दुपहिया वाहन चालक उनसे टकरा हादसे का शिकार हो रहे है।
दीपावली से पहले कराएंगे ठीक
नपा सचिव प्रदीप कुमार का कहना है कि कस्बे की स्ट्रीट लाइटों के मेंटेनेंस टेंडर संबंधित फाइल डीसी के पास गई हुई है। दीवाली से पहले कस्बे की खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक करा दिया जाएगा। ताकि किसी को परेशानी न हो।