स्टेट रोड टैक्स में फर्जीवाड़ा, हर महीने सरकार को लगा रहे करोड़ों का चूना, जल्द रैकेट का होगा पर्दाफाश
स्टेट रोड टैक्स में फर्जीवाड़ा सामने आया है। हर महीने सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे हैं। मोबाइल पर एसएमएस और फर्जी टैक्स की रसीद भेजते थे। अब पुलिस मोबइल नंबर के जरिए इस रैकेट का पर्दाफाश करेगी।
अंबाला, जागरण संवाददाता। गैर राज्यों से प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाली गाडिय़ों से स्टेट टैक्स के रूप में सरकार को मिलने वाले राजस्व को चूना लगाने का बड़ा मामला पहली बार सामने आया है। तेलंगाना के नजामाबाद वासी बस चालक शौकत अली कुरुक्षेत्र और करनाल के बीच इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले युवक का शिकार हो गया। जीटी रोड पर अजय ने 1250 रुपये में टैक्स कटवाया। मोबाइल पर पहुंचा मैसेज और रसीद फर्जी निकली। इसका पर्दाफाश रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी आरटीए अंबाला की चेकिंग में हुआ।
फर्जीवाड़े की जानकारी होने पर जब आरटीए ने मामले को खगंलना शुरू किया तो बड़ा रैकेट सामने आया। इस रैकेज में छह से 10 सदस्यों का गिरोह है जो जीटी रोड पर अलग-अलग खोखे रखकर पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों का फर्जी स्टेट टैक्स काटने का काम करता है। हाईवे पर खोखों में प्रिंटर तो होता है लेकिन आनलाइन करने के लिए कंप्यूटर अथवा लैपटाप नहीं होता। खोखे में फर्जीवाड़ा करने वाले युवक मोबाइल पर गाड़ी की डिटेल अपने सरगना के पास भेजते थे। उसके बाद चालक के बताए मोबाइल पर टैक्स कटने का मैसेज और रसीद की कापी भेज दी जाती है। मैसेज से लेकर रसीद की कापी फर्जी होती है, जो आरटीए की चेङ्क्षकग के दौरान आनलाइन साइट पर शो नहीं करती।
चार आरोपितों के नाम
आरोपित के पास से बरामद मोबाइल में रैकेट के चार सदस्यों का नाम प्रकाश में आया है। अब पुलिस को इस फर्जीवाड़े में शामिल अमित खत्री, राहुल चौहान, अजय और मनोज सरौत का नाम और मोबाइल नंबर मिल चुके हैं। पुलिस गैंग का खुलासा करने के लिए इसमें शामिल आरोपितों को पकडऩे की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, इस मामले में एक आरोपित हिरासत में है। आरोपित के खिलाफ पड़ाव थाने में शिकायत देते हुए बरामद मोबाइल भी पुलिस को सौंप दिया गया है।
- रमित कुमार, आरटीए अंबाला।