कुरुक्षेत्र में परिवार का सामाजिक बहिष्कार, रिश्ता रखने पर जुर्माने का प्रस्ताव पास
रस्म क्रिया ईसाई धर्म के अनुसार करने पर शोरगिर समाज ने परिवार का किया बहिष्कार। शोरगिर समाज सेवा समिति ने परिवार के साथ रिश्ता रखने पर किया जुर्माने का प्रस्ताव पास। 14 जनवरी को सड़क हादसे में सपताल की हो गई थी मौत।
पिहोवा (कुरुक्षेत्र), संवाद सूत्र। पिहोवा के गोविंद नगर निवासी एक परिवार का शोरगिर समाज के लोगों ने ईसाई धर्म अपनाने पर बहिष्कार कर दिया। आरोप है कि परिवार ने समाज से हटकर ईसाई धर्म के अनुसार तेरहवीं की क्रिया कराई। इससे पहले संस्कार भी इसी अनुसार कर रहे थे। समाज के लोगों के अडऩे पर संस्कार किया गया। वहीं परिवार ने समाज को दुख की घड़ी में साथ न देने की बात कही है। पुलिस के पास फिलहाल कोई शिकायत नहीं गई है।
शोरगिर समाज सेवा समिति के प्रधान इंद्र शारदा, ईश्वर, मदन, रामफल, अशोक, अजीत और बलबीर ने प्रस्ताव पास कर बताया कि कुरुक्षेत्र रोड स्थित गोविंद नगर निवासी सतपाल की 14 जनवरी को मौत हो गई थी। उनका लड़का गोविंद सतपाल की ईसाई धर्म के अनुसार संस्कार कर रहा था। समाज के लोगों ने नाराजगी जताई तो उसका हिंदू धर्म अनुसार संस्कार किया। शुक्रवार को घर पर उसकी तेरहवीं थी। स्वजनों ने हिंदू धर्म के अनुसार रस्म क्रिया करने से इन्कार कर दिया।
प्रधान इंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि स्वजनों ने उनसे कहा कि वह ईसाई बन चुके हैं। वहां पर मौजूद ईसाई धर्म गुरुओं के अनुसार ही वह अंतिम रस्म अदा करेंगे। इस बात से समाज के लोगों में रोष बढ़ गया और उन्होंने परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने व नाता तोडऩे का लिखित में प्रस्ताव जारी कर दिया। शोरगिर समाज के लोगों ने बताया कि पिहोवा क्षेत्र में धर्म परिवर्तन कराने का काम किया जा रहा है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को धन का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि धर्म परिवर्तन कराने वाले एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
परिवार पर दुखों का पहाड़
गोविंद ने बताया कि उसके पिता सतपाल की 14 जनवरी को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसी दिन जींद निवासी उसके चाचा की भी मौत हो गई थी। एक दिन में दो सदस्यों की मौत होने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया। परिवार में क्लेश लगातार रहने पर पहले ही ईसाई धर्म अपना लिया था। इसके बाद उनके परिवार में शांति है। समाज के लोगों ने उसके पिता के संस्कार के दिन भी हंगामा किया। अब तेरहवीं पर भी हंगामा किया। समाज के लोगों ने इस घड़ी में परिवार का साथ देने की बजाय परेशान किया है।
पुलिस के पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
- गुरमेल सिंह, डीएसपी पिहोवा