120 किलोमीटर लंबे नालों में से अधिकांश खुले
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में छोटे-बड़े 120 किलोमीटर लंबे नाले हैं, जिनमें से अधिका
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर में छोटे-बड़े 120 किलोमीटर लंबे नाले हैं, जिनमें से अधिकांश खुले हैं। ये नाले हादसों की वजह बन रहे हैं। करीब एक वर्ष पहले सेक्टर 29 फेस 2 के सीवर के मैनहोल में गिरने से बच्ची की मौत हो गई थी। तब ढक्कन सही ढंग से नहीं रखा था। पिछले सप्ताह बारिश के दौरान जोशी गांव में नाले में गिरने से 28 वर्षीय सुमेर की मौत हो गई थी। राहगीर खुले नालों में गिरने से चोटिल भी हो चुके हैं, फिर भी नगर निगम और जिला प्रशासन ने नालों पर स्लैब नहीं रखवाए।
पानी निकासी के लिए शहर में छोटे-बड़े नाले बना रखे हैं। कई जगहों पर 2 से 5 फीट गहरे हैं। हाली पार्क के पास कई वर्ष पहले नाला गया था, जो खुला है। असंध रोड शिवपुरी के सामने गहरा नाला है। देशराज कालोनी, बतरा कालोनी, अशोक विहार कालोनी, पूरेवाल कालोनी, तहसील कैंप, कच्चा कैंप सहित शहर में नाले खुले पड़े हैं। साफ-सफाई न होने से गंदगी से अटे हुए हैं। खुले नालों की वजह से हादसा होने का भय बना रहता है।
देसराज कालोनी से लेकर ड्रेन नंबर एक तक नाला बना रखा है, ताकि कालोनी से गंदा पानी ड्रेन में जा सके। नाले में हर समय पानी बहता है। श्मशान घाट रोड के साथ बनाया नाला भी खुला पड़ा है। इसके अलावा आसपास की कालोनियों में नाले खुले हैं। सफाई न होने से नालों में गंदगी भी भरी हुई है।
श्री राम चौक के पास सीवर लाइन है। किले से खजूर नगर की तरफ जाने वाली सड़क के बीच में सीवर का मैनहोल है लेकिन ढक्कन नहीं है। लोगों का कहना है कि ढक्कन रखवाने के लिए कई बार शिकायत कर चुके हैं, फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। सड़क के बीच में मेन होल खुला होने की वजह से हादसा होने का डर रहता है।
सेक्टर 29 फेस 2 में भी नाले खुले हैं। इसमें डाई यूनिटें लगी हुई हैं। उद्योगों से निकलने वाला पानी नालों में से होकर ईटीपी तक जाता है। नालों में हर वक्त पानी बहता है। सड़कों के किनारे नाले गहरे और चौड़े हैं। खुले नालों में कई बार राहगीर गिर चुके हैं। फिर भी हुडा या नगर निगम ने नालों पर स्लैब नहीं रखवाए।
तहसीलदार ने किया मुआयना
हादसे की सूचना मिलने के बाद शाम को तहसीलदार जिवेंद्र मलिक अशोक विहार कालोनी पहुंचे। बच्चे की परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने किसी पर संदेह जाहिर नहीं किया। कार्रवाई कराने से इन्कार कर दिया।
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बच्चे की मौत दुखद है, प्रशासन की तरफ से बच्चे के परिवार को हर तरह से सहायता दी जाएगी।
डॉ. चंद्रशेखर खरे, उपायुक्त पानीपत