देसी कट्टे से गोली मारने के दोषी को सात साल कैद
मारपीट के बाद रंजिश के चलते आटो चालक राजकुमार को देसी कट्टे से गोली मार जान लेवा हमला करने के दोषी गांव किशनपुरा दामला निवासी कुलदीप को कोर्ट ने सात साल कैद तथा 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर छह महीने की अतिरिक्त सजा का प्रावधान है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत :
मारपीट के बाद रंजिश के चलते आटो चालक राजकुमार को देसी कट्टे से गोली मार जान लेवा हमला करने के दोषी गांव किशनपुरा दामला निवासी कुलदीप को कोर्ट ने सात साल कैद तथा 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर छह महीने की अतिरिक्त सजा का प्रावधान है। यह फैसला जिला एवं सत्र न्यायधीश बिमलेश तंवर की कोर्ट ने सुनाया है। कोर्ट में करीब डेढ़ साल चली सुनवाई के दौरान 14 लोगों की गवाही हुई। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद बुधवार को कोर्ट ने उपरोक्त फैसला सुना दिया।
बस स्टैंड पर सवारियों का इंतजार करते समय मारी थी गोली
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गांव किशनपुरा दामला निवासी राजकुमार ने 24 फरवरी 2017 को पुलिस को दी शिकायत में कहा कि वह थ्री-व्हीलर चलाने का काम करता है। दोपहर को खाना खाने के बाद वह थ्री-व्हीलर लेकर दामला बस स्टैंड चला गया। जब वह बस स्टैंड के बाहर सवारियों का इंतजार कर रहा था, तो इस दौरान गांव का ही कुलदीप, बाइक पर सवार होकर वहां आया। जिसने मोटरसाइकिल से उतर पर उस पर देसी कट्टे से फायर कर दिया। गोली उसकी दाहिनी बाजू में लगी। इसके बाद वहां पर अफरा-तफरी मच गई। गोली लगने के बाद राजकुमार गांव की ओर भागा, तो कुलदीप ने उस पर दूसरा फायर कर दिया। जब वहां पर लोगों की भीड़ एकत्रित हुई, तो कुलदीप मौके से फरार हो गया। मौके पर मौजुद लोगों ने राजकुमार को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी तथा आरोपी को काबू कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस को दिए ब्यान में कुलदीप ने बताया कि 4-5 साल पहले वह कोर्ट में लाइसेंस की फाइल तैयार करवाने का काम करता था। एक दिन एक युवक उसके पास लोन की फाइल तैयार करवाने के लिए आया था। जिसने उसे फाइल तैयार कर दे दी। लेकिन उसने बैंक मैनेजर से झगड़ कर लिया। जिस कारण उसका लोन पास नहीं हुआ। इसके बाद उसने उसके पास आकर गोली गलौच की। कुछ दिन बाद उसे पता चला कि वह लड़का राजकुमार का दोस्त था। इसके बाद उन्होंने उसके साथ मारपीट भी की, लेकिन उस समय उसने कोई केस दर्ज नहीं करवाया। कुलदीप के मुताबिक उसे उसे घूरते थे। जिस कारण वह उन से रंजिश रखने लगा था।