मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने से रोकने पहुंची पुलिस, हाथापाई, ग्रामीणों ने जान बचाई
पानीपत में सामूहिक रूप से मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोकने पर पुलिस के साथ हाथापाई हुई। ग्रामीणों के बीच बचाव करने की नौबत आ गई। इसके बाद पुलिसकिर्मियों को वहां से निकाला गया।
पानीपत, जेएनएन। निजामुद्दीन तब्लीगी जमात मामले के बाद पुलिस अलर्ट हो चुकी है। पुलिस को सूचना मिली कि बापौली में सामूहिक रूप से मस्जिद में कुछ लोग नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे हैं। चार पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्हें सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने के लिए मना किया। इसी बीच मामला बिगड़ गया और पुलिसकर्मियों का विरोध करने लगे। नमाज पढ़ने पहुंचे लोग हाथापाई करने लगे। तभी ग्रामीणों को सूचना मिली और उन्होंने पहुंचकर पुलिस को वहां से निकाला।
बापौली क्षेत्र के गांव मतरौली में बुधवार रात को मस्जिद में सामूहिक नमाज पढ़ रहे लोगों को रोकने पहुंची पुलिस के साथ हाथापाई की गई। अन्य ग्रामीणों ने नामाजियों से पुलिस को बचाकर निकाला।
25 से अधिक लोग थे मस्जिद में
क्षेत्र के गांव मतरौली स्थित मस्जिद में बुधवार रात नौ बजे 25 से अधिक लोग नमाज पढ़ रहे थे। कुछ ग्रामीणों ने इसकी सूचना बापौली थाना पुलिस को दी। सूचना पर चार पुलिसकर्मी गांव पहुंचे। उस समय मस्जिद पर कुछ लोग मौजूद थे। पुलिस ने लोगों को एक साथ नमाज नहीं पढ़ने के लिए कहा तो लोग पुलिस से उलझ गए। लोगों ने पुलिस के साथ जमकर हाथापाई की। स्थिति बिगड़ती देख अन्य ग्रामीण बीच-बचाव के लिए आए और पुलिसकर्मियों को मौके से निकाला।
पुलिसकर्मियों की सामूहिक प्रयास की अपील
नियमों का उल्लंघन के साथ पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने के बाद भी पुलिस ने आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि बापौली थाना प्रभारी ने आरोपितों पर कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग सामूहिक प्रयास से ही जीती जा सकती है। लोगों को पुलिस और जिला प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
कुछ मस्जिदों पर ताले, कुछ खुली
वहीं दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज से तब्लीगी जमात के लोगों के पानीपत पहुंचने पर ग्रामीण एरिया में हड़कंप जैसे हालात हैं। सनौली खुर्द व बापौली खंड के विभिन्न गांवों में बनी मस्जिदों में नमाज अदा करने पर पूर्णतय पाबंदी लगा रखी है। पत्थरगढ, राणा माजरा, जलालपुर द्वितीय, गढ़ी बेसिक व नवादा पार गांव में कुछ मस्जिदों के गेट पर ताले लटके मिले तो कुछ के दरवाजे खुले हुए थे। मीडियाकर्मियों के पहुंचने की सूचना मिलने पर उनके भी मेन गेट पर ताले लगा दिए गए। जिन मस्जिदों के ताले खुले थे, उनमें एक या दो ही आदमी मिले। नमाज के समय भी कोई दिखाई नहीं दिया।
मतलौडा सरपंच ने माइक से की घोषणा, बाहरी लोगों पर नजर रखें
सरपंच अशोक देसवाल ने बृहस्पतिवार को ट्रैक्टर पर माइक लगा कर मतलौडा बाजार की गलियों और बाजार में अनाउंसमेंट किया कि कोई भी संदिग्ध गांव में किसी घर के आसपास न ठहरें। किसी ग्रामीण को इसकी सूचना मिले तो तुरंत पुलिस को बताए। इतना ही नहीं उन्होंने रात को मतलौडा के हर रास्ते, कालोनी व मोहल्ले पर ठीकरी पहरा लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि ठीकरी पहरे की ड्यूटी में कोई लापरवाही नहीं बरतेगा।