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छात्रों की अटकी स्‍कॉलरशिप, शिक्षकों की लापरवाही बनी बड़ी वजह

शिक्षकों ने विद्यार्थियों के आधार को नहीं किया बैंक खातों से लिंक। बैंक खाते अपडेट न होने के कारण नहीं पहुंची रही छात्रवृत्ति। अब विभाग की ओर से संबंधित विद्यालयों को बैंक अकाउंट अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है।

By Pankaj KumarEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 11:24 AM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 11:24 AM (IST)
छात्रों की अटकी स्‍कॉलरशिप, शिक्षकों की लापरवाही बनी बड़ी वजह
कोविड-19 के कारण बंद हैं शिक्षण संस्थान।

पानीपत, जेएनए मौलिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की लापरवाही के कारण कक्षा एक से आठ तक के करीब साढ़े चार हजार विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित हैं। शिक्षकों ने इन विद्यार्थियों के आधार नंबर को बैंक अकाउंट से लिंक नहीं किया है। जिस कारण बैंक खातों में छात्रवृत्ति ट्रांसफर नहीं हो रही है। अब विभाग की ओर से संबंधित विद्यालयों को बैंक अकाउंट अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन स्कूल बंद होने के कारण यह काम भी नहीं हो पा रहा है।

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अनिवार्य शिक्षा का उद्देश्य पूरा करने और राजकीय स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। विद्यार्थियों को मिड-डे मील प्रदान करने के साथ विद्यार्थियों को हर माह छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है। छात्रवृत्ति के साथ सभी विद्यार्थियों की ड्रेस आदि की राशि भी सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है। कोविड-19 के कारण 19 मार्च से भी शिक्षण संस्थान बंद हैं।

एक अगस्‍त से स्‍टाफ को बुलाया

अब एक अगस्त से स्टाफ को स्कूल बुलाया जा रहा है। मौलिक शिक्षा विभाग के कक्षा एक आठ तक विद्यार्थियों को अभी तक शैक्षिक सत्र 2019-20 की भी छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन राशि प्रदान नहीं की गई है। कोविड का कहर कम होने के बाद इस दिशा में कदम बढ़ाए गए तो करीब 50 फीसद बच्चों के बैंक खाते ही अपडेट नहीं मिले हैं।

स्‍कूलों में बच्‍चे नहीं

शिक्षकों को सभी बच्चों के आधार नंबर को बैंक खातों से लिंक करना था। करीब 4551 बच्चों के बैंक खाते अपडेट नहीं हैं। अब विभाग की ओर से संबंधित स्कूलों को बैंक खाते अपडेट करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन स्कूलों में बच्चे नहीं है। ऐसी स्थिति में इस वर्ष बच्चों को छात्रवृत्ति का भी सहारा मिलना मुश्किल हो रहा है।


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