इनसे धड़कता और बसता है पानीपत, जब जान बचाने को आधी रात को हाईवे पर हाथों से उठाईं ईंटें
पानीपत में हाईवे पर ट्राली से गिर गईं थीं ईंटें। आधी रात को अंधेरा होने के कारण इन ईंटों के कारण हादसा हो सकता था। रामनगर के दिनेश ने बाइक रोकर हाथों और कस्सी से हटाईं ईंटें। रास्ता साफ होने पर ही घर रवाना हुए।
पानीपत, जागरण संवाददाता। शहर केवल ऊंची इमारतों से ही नहीं बसता। यह बसता और धड़कता है उन लोगों की वजह से, जो दूसरों के बारे में भी सोचते हैं। खुद को खतरे में भी डालकर, किसी अनहोनी से बचने के लिए रास्ता दिखाते हैं। ऐसा ही किया रामनगर में रहने वाले दिनेश कुमार ने। जीटी रोड पर लालबत्ती के नजदीक पुल के ऊपर से ईंटें नीचे गिर गईं। कार क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही हाईवे पर जाम भी लग गया।
ट्रैफिक पुलिस ने किसी तरह जाम खुलवाया। लेकिन ईंटों की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। ईंटों को वहीं बीच में छोड़कर सभी चले गए। रात बारह बजे वहां से गुजर रहे तहसील कैंप निवासी दिनेश ने जब यह देखा तो वहीं बाइक पर रोक दी।
पहले तो हाथों से ईंटें उठाने लगे। जब देखा कि इसमें काफी समय लग जाएगा, तब उन्होंने नगर निगम में संपर्क किया। शहर के विधायक प्रमोद विज को सूचित किया। निगम से सफाई निरीक्षक जितेंद्र नरवाल ने कर्मचारी भेजे। इन कर्मचारियों के साथ मिलकर दिनेश ने ईंटें रास्ते से हटवाईं। अगर ये ईंटें वहीं पड़ी रहती तो रात को कोई भी हादसा हो सकता था।
करनाल जा रही थी ट्राली
दरअसल, दिल्ली से करनाल की तरफ ईंटों से भरी हुई ओवरलोड ट्राली जा रही थी। पानीपत में जीटी रोड पर लालबत्ती के नजदीक राजकीय स्कूल के पास ओवरलोड ट्राली का बैरिंग खराब हो गया। ट्राली से धड़ाधड़ ईंटे नीचे गिरने लगीं। ईंटें कार पर गिरीं। इसके साथ ही बाइक सवार को भी लगीं। उसी समय ट्रैफिक रोक दिया गया। हाईवे पर दो घंटे तक जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिस ने जाम खुलवाया लेकिन ईंटें नहीं उठवाईं।
कस्सी लेकर जुट गए दिनेश
पहले तो दिनेश ने अपने स्तर पर ईंटें उठाने का प्रयास किया। हाथ से कुछ रोड़े उठाए। इसके बाद आसपास से कस्सी की तलाश में निकल पड़े। एग्रोमाल से लेकर ट्रांसपोर्टरों तक से कस्सी लेने पहुंचे। लेकिन रात को किसी के पास कस्सी नहीं मिली। सूचना मिलने पर जब सफाई कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने सड़क के बीच में ट्राली लगाई। इस बीच, दिनेश ने उनसे कस्सी लेकर रोड़े हटाने शुरू कर दिए। रात करीब सवा एक बजे रास्ता साफ होने के बाद ही वहां से रवाना हुए।
विधायक के सहयोगी हैं दिनेश
दिनेश पानीपत शहर के विधायक प्रमोद विज के सहयोगी हैं। उनके प्रत्येक कार्यक्रम में फोटो खींचते हैं। रात को भी एक कार्यक्रम के बाद लौट रहे थे। रोड़ों की वजह से बाइक सवार बाल-बाल बचे। कुछ कार सवार भी बचे। रात का समय होने के कारण वाहन तेज रफ्तार से निकल रहे थे। रोड़ें दिखाई नहीं देते थे। वाहन उछल पड़ते थे। दिनेश अगर वहां रुककर रोड़े नहीं हटवाते तो कोई न कोई हादसा हो सकता था।
ईंटें देखकर आगे निकलना मुश्किल था
दिनेश ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि रास्ते में ईंटों का ढेर देखकर वह हैरान रह गए। इन्हें अनदेखा करके आगे निकलना उनके लिए मुश्किल था। उनकी आंखों के सामने ही दो हादसे-हादसे होते बचे। सैकड़ों लोग इस रास्ते से निकले। किसी ने गाड़ी रोककर समस्या के समाधान के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने ठान लिया था कि जब तक रास्ता ठीक नहीं होगा, तब तक वह घर नहीं जाएंगे। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की मदद से ईंटों को वहां से उठवाया।