134-ए में पहले दिन ही बदला नियम, गुस्साए अभिभावकों ने काटा हंगामा
नए सत्र में 134-ए के दाखिलों के लिए अब ऑनलाइन ही आवेदन किए जा सकेंगे। विभाग ने ऑफ लाइन फार्म लेने से इन्कार कर दिया है।
पानीपत, जेएनएन। नए सत्र में 134-ए के दाखिलों के लिए अब ऑनलाइन ही आवेदन किए जा सकेंगे। विभाग ने ऑफ लाइन फार्म लेने से इन्कार कर दिया है। अभिभावकों को पहले दिन ही नियम बदलने की जानकारी लगते ही खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर जमकर हंगामा काटा।
2 जमा 5 मुद्दे जन आंदोलन का आरोप है कि अधिकारियों ने सीबीएसई स्कूलों की सीट नहीं चस्पा की है। 134-ए के तहत बृहस्पतिवार को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में फार्म जमा किए गए। कुछ अभिभावकों ने सुबह ही कार्यालय पहुंचकर फार्म जमा करा दिया। इसके बाद अधिकारी वीडियो कांफ्रेंस में चले गए। निदेशालय स्तर के अधिकारियों ने दाखिलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की। जिसमें बताया कि ऑफ लाइन की बजाय 134-ए फार्म ऑनलाइन भरे जाएंगे। करीब दो घंटे तक अधिकारियों के इंतजार में बैठे अभिभावकों का गुस्सा एक साथ फूट गया।
अधिकारी मन से नहीं कर रहे काम
2 जमा 5 मुद्दे जन आंदोलन के जिलाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी सोकेंद्र बालियान ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी सुस्ताए हुए हैं। विभाग अब तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाया है। नियमानुसार 28 मार्च से ऑफ लाइन फार्म जमा होने थे, अधिकारियों ने ऐन वक्त पर फार्म लेना बंद दिए। अधिकारियों की मनमर्जी से अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले फार्म भरने के लिए 20 दिन का समय दिया जाता था, लेकिन इस बार केल सात दिन का समय दिया गया है।
पंकज निवासी सब्जी मंडी ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को फार्म जमा कराने के लिए आया था, लेकिन अधिकारियों ने ऑफलाइन फार्म लेने से इन्कार कर दिया। अब उसको ऑनलाइन के लिए किसी कंप्यूटर सेंटर पर जाना पड़ेगा।
नंद किशोर निवासी शांति नगर ने बताया कि अधिकारियों की मनमर्जी के चलते आज नियम के तहत भी दाखिले नहीं हो पाते। अधिकारी अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। इसका खामियाजा अभिभावकों और बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
विमल कुमार निवासी नूरवाला ने बताया कि अधिकारी सीबीएसई स्कूलों में सीटों की सूची नहीं चस्पा कर रहे। जबकि अभिभावक इन्हीं स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।
रवि निवासी शास्त्री नगर काबड़ी रोड ने बताया कि अधिकारियों की मनमर्जी के चलते अभिभावकों को कोई रास्ता नहीं मिल पाता। यही हाल 134-ए के तहत दाखिलों में हो रहा है। अधिकारियों ने पहले दिन ही नियमों को बदल दिया।
निर्मला देवी रोशन महल ने बताया कि अधिकारी योजनाओं में भी अपनी चला रहे हैं। जिससे पात्र व्यक्ति लाभ तक नहीं ले पाते। वे ऑफलाइन फार्म जमा कराने पहुंचे थे, लेकिन अधिकारियों ने ऑनलाइन ही फार्म लेने का नियम बता दिया। उसको मायूस होकर लौटना पड़ा।