चावल घोटाला: दुबक गए हैं दबंग, बंद होने लगी पीडीएस के चावल की सप्लाई
चावल घोटाला सामने आने के बाद राइस मिलर्स के होश उड़ गए हैं। उत्तर प्रदेश व बिहार से चावल भेजने वालों ने हाथ खड़े किए तो करनाल के राइस मिलर्स की बढ़ गई धड़कनें।
पानीपत/करनाल, [अश्विनी शर्मा]। चावल घोटाले की जद में फंसे राइस मिलर्स की चिंता और बढ़ गई है। इन मिलर्स के खिलाफ सरकार के सख्त रवैये को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश व बिहार से पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) चावल की सप्लाई करनाल तक भेजने वाले दबंगों ने भी पांव पीछे खींच लिए हैं। यह भी उस समय हुआ है, जब चावल की भरपाई के लिए राइस मिलर्स कुछ भी करने को तैयार हैं, लेकिन अब उन्हें पीछे से चावल नहीं मिल रहा है। ऐसे में मिल में सरकारी चावल की फिजिकल वेरिफिकेशन के दौरान उनकी मुसीबत और बढ़ जाएगी। वह ऐसी स्थिति में फंस गए हैं कि कुछ दिन में चावल का स्टॉक पूरा नहीं कर सकते।
सरकारी चावल की कुटाई करने वाले राइस मिलर्स इस समय जांच के दायरे में चल रहे हैं। क्योंकि कई राइस मिलर्स ने लॉकडाउन के दौरान सरकारी चावल को बाजार में बेचकर घोटाले को अंजाम दिया। इस घोटाले पर पर्दा डालने के लिए राइस मिलर्स ने उत्तर प्रदेश व बिहारी से पीडीएस का सस्ता चावल मंगवाना शुरू कर दिया था।
दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो सरकार व प्रशासन ने भी इसे गंभीरता से लिया। इसके बाद राइस मिलर्स की जांच शुरू करवा दी गई। अभी जांच शुरू हुए दो दिन ही हुए हैं कि राइस मिलर्स की मुसीबतें और बढ़ गई।
उत्तर प्रदेश व बिहार के कई क्षेत्रों के प्रभावशाली लोग भी इस जांच से डरे हुए हैं। यही वजह है कि वह राइस मिलर्स को पीडीएस की सप्लाई देने से मना कर रहे हैं। उनको सबसे बड़ा डर इस बात है कि यदि इस बार उनका चावल पकड़ा गया तो आंच उन तक पहुंच जाएगी। दूसरा भय है कि जिस फर्म को वह चावल भेज रहे हैं और उसी फर्म पर सरकार ने कार्रवाई कर दी तो उनकी पेमेंट भी डूब जाएगी। यही वजह है कि पिछले एक दिन से पीडीएस की गाडिय़ों का आवागमन कम हो गया है और अब बस उसी की गाड़ी आ रही है, जिसने पहले से ही आर्डर किया हुआ था। सूत्रों के अनुसार राइस मिलर्स को पीछे से सप्लाई के लिए मना हो चुकी है और मिलर्स किस भी तरह से चावल हासिल करना चाह रहे हैं। क्योंकि वे एक ही सूरत में जांच में बच सकते हैं, जब उनके पास स्टॉक पूरा होगा। इन हालात में स्टॉक पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं है।
पीडीएस के चावल पर प्रशासन भी सख्त
पीडीएस के चावल को लेकर प्रशासन भी सख्त हो चुका है। पिछले दिनों पीडीएस के चावल की दो गाडिय़ां पकड़ी गई थी। उपायुक्त निशांत यादव के अनुसार यह पता लगाया जाएगा कि यह चावल कहां से आ रहा था और इसे करनाल किसने भिजवाया। जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।