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19 साल बाद इनामी अकबर और इरफान चढ़े हत्‍थे, दो राज्‍यों की पुलिस को थी तलाश

हरियाणा और उत्‍तर प्रदेश की पुलिस को चकमा देने वाले दो इनामी बदमाश आखिरकार 19 साल बाद हत्‍थे चढ़े। दोनों इनाम बदमाश इरफान और अकबर सगे भाई हैं और अवैध हथियारों का धंध करते।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 02:20 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 02:20 PM (IST)
19 साल बाद इनामी अकबर और इरफान चढ़े हत्‍थे, दो राज्‍यों की पुलिस को थी तलाश
19 साल बाद इनामी अकबर और इरफान चढ़े हत्‍थे, दो राज्‍यों की पुलिस को थी तलाश

पानीपत/कैथल, जेएनएन। उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों की पुलिस को 19 साल से चकमा दे रहे दो भाई गांव-गांव अवैध हथियारों का धंधा करते रहे। पुलिस ने इनाम भी रखा, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। वह हरियाणा के गांवों से भैंस और कटड़े खरीदकर ले जाते थे और उत्तरप्रदेश से अवैध पिस्तौल व कट्टे लाकर यहां बेच देते थे।

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सीआइए-वन पुलिस को मुखबिरी मिली कि कोई अकबर नाम का व्यक्ति गांव चौशाला में कटड़े खरीदने के लिए आया हुआ है और उसके पास देसी पिस्तौल भी है। पुलिस ने उसे मौके पर जाकर दबोचा तो पता चला कि इस पर तो पांच हजार रुपये का इनाम रखा गया है। पुलिस को 31 जुलाई 2001 को थाना सदर में दर्ज गिरोहबंदी के एक मामले में उसकी तलाश थी। अदालत ने उसे भगौड़ा करार दे दिया था। 

अकबर ने दी इरफान की जानकारी

उत्तरप्रदेश के कैराना निवासी अकबर को पकड़ कर पुलिस ने पूछताछ की तो उससे एक देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। उसके खिलाफ थाना कलायत में आर्म्‍स एक्ट के तहत एक और केस दर्ज किया गया। सख्ती से पूछताछ की गई तो अकबर ने बताया कि उसका सगा भाई इरफान साथ आया हुआ है और उसके पास भी एक देसी पिस्तौल है। पुलिस ने अकबर की सूचना पर इरफान को राजौंद क्षेत्र से गिरफ्तार किया। शुक्रवार को डीएसपी कलायत रविंद्र सांगवान और सीआइए-एक इंचार्ज अनूप सिंह ने इस बारे में जानकारी दी।

इरफान पर डकैती का केस दर्ज

डीएसपी सांगवान ने बताया कि इरफान पर कैथल में डकैती का केस दर्ज है। उसकी करीब 19 साल से पुलिस को तलाश थी। इन दोनों भाइयों पर पांच-पांच हजार रुपये का इनाम रखा गया था। उन्होंने बताया कि यह दोनों भाई हरियाणा के विभिन्न गांवों से भैंस और कटड़े खरीद कर ले जाते थे। फिर इन्होंने उत्तरप्रदेश से अवैध कट्टे और देसी पिस्तौल लाकर यहां बेचने का काम शुरु कर दिया। अवैध हथियारों के धंधे में इन्हें मुनाफा दिखा तो काम बढ़ा लिया। 

खरीदार भी रडार पर

सीआइए-एक इंचार्ज अनूप सिंह ने बताया कि इन्होंने कब-कब किसे अवैध हथियार बेचे, इसकी जांच की जाएगी। ऐसे कुछ लोग पुलिस के रडार पर हैं, लेकिन पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ के बाद ही पुख्ता किया जा सकेगा। थाना सदर में इन दोनों के खिलाफ मामला चलेगा।


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