रेलवे रोड से हटाया अतिक्रमण
जागरण संवाददाता, समालखा नगरपालिका कार्यकारी सफाई निरीक्षण के नेतृत्व में शुक्रवार को रेलवे र
जागरण संवाददाता, समालखा
नगरपालिका कार्यकारी सफाई निरीक्षण के नेतृत्व में शुक्रवार को रेलवे रोड से अतिक्रमण हटाया गया। सफाई कर्मचारियों ने कहने के बावजूद रोड से सामान नहीं हटाने वाले रेहड़ी मालिक और दुकानदारों के सामान जब्त कर लिया। पुलिस बल की मौजूदगी के कारण किसी ने कार्रवाई का विरोध नहीं किया।
गौर है कि रेलवे रोड कस्बे की धड़कन है। पुराना बस अड्डा से लेकर रेलवे स्टेशन तक करीब चार सौ रेहड़ी संचालक भी इसी रोड के किनारे रेहड़ी लगाकर अपना गुजर-बसर करते हैं। रोड के फुटपाथ पर पहले से ही दुकानदारों का कब्जा है। वे अस्थायी रूप से जेनरेटर, लोहे की पाइप, भट्ठी, जूस काउंटर, भारी सामान रखकर कब्जा किए हुए हैं। लोगों ने रेहड़ी वालों के लिए रोड के किनारे पीली रेखा खींच रखी है। हमेशा दुकानदारों और रेहड़ी मालिकों को उसके अंदर रहने को कहा जाता है। फिर भी वे बेपंक्ति होकर आगे पीछे रेहड़ी खड़ा कर देते हैं। ग्राहकों द्वारा उनके आगे वाहन खड़ा कर देने के बाद रास्ता जाम हो जाता है। अतिक्रमण और कब्जा के कारण 80 फीट चौड़ा रेलवे रोड सिकुड़कर दस फीट रह गया है। बीच में डिवाइडर होने से वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानी होती है। पैदल यात्रियों को तो हमेशा हादसे का अंदेशा रहता है।
कई जगह हुई नोंकझोंक-अतिक्रमण हटाने के दौरान सफाई कर्मचारियों के जबरन सामान उठाने पर शीतला माता मंदिर, माडल टाउन मोड़ सहित कुछ जगहों पर कर्मचारियों और रेहड़ी मालिकों के बीच नोंकझोंक भी हुई। पुलिस के साथ होने के कारण किसी ने पुरजोर विरोध नहीं किया। हालांकि रेहड़ी वालों ने कहा कि चेतावनी दी कि वे इस बार सफाई कर्मियों को दीवाली नहीं देंगे। सफाई कर्मियों ने प्रधान के आदेश की पालना को अपनी मजबूरी बताई। रेहड़ी मालिकों का कहना है कि कुछ लोग ही नपा के नियमों की अवहेलना करते हैं, लेकिन इसकी सजा सभी को भुगतनी पड़ती है। नपा के नियम की अवहेलना करने वाले दुकानदारों और रेहड़ी मालिकों के खिलाफ ही कार्रवाई करनी चाहिए।