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कोरोना से दूसरी लहर का सच, जींद में कोरोना से मौतें 420 दर्ज, जारी किए 2909 के डेथ सर्टिफिकेट

हरियाणा के जींद में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक साबित हुई। अप्रैल-मई महीने में जींद जिले में कोरोना से 2909 लोगों की मौत हुई। कोरोना से मौतें 420 दर्ज लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जारी हुए 2909 लोगों के डेथ सर्टिफिकेट।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 09 Jul 2021 11:55 AM (IST)Updated: Fri, 09 Jul 2021 11:55 AM (IST)
कोरोना से दूसरी लहर का सच, जींद में कोरोना से मौतें 420 दर्ज, जारी किए 2909 के डेथ सर्टिफिकेट
जींद में कोरोना से रिकॉर्ड मौत हुई।

जींद, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर का सबसे ज्यादा असर अप्रैल और मई महीने में रहा और इन्हीं दो महीने में जींद जिले में अब तक की रिकार्ड मौतें दर्ज की गई। इन दो महीनोें में कोरोना से तो 420 मौतें दिखाई गई हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग से 2909 लोगाें के डेथ सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं, जो मौतों की हकीकत को बयां कर रहे हैं। अनाधिकारिक रूप से इन मौतों को कोरोना से ही जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि मरने वालों में 80 फीसद दो से तीन दिन बुखार आने के बाद काल का ग्रास बन गए। ग्रामीण अंचल में ज्यादा मौतें हुई और वहां पर कोरोना की सैंपलिंग नहीं की गई थी।

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इस साल अप्रैल और मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी। इस साल जनवरी से लेकर मार्च तक तीन महीने में 2333 लोगों की मौत हुई लेकिन अप्रैल और मई के दो महीने में ही मौत का आंकड़ा 2909 तक पहुंच गया। इससे पहले दो महीने में इतनी मौतें जिले में कभी नहीं हुई। अप्रैल महीने में जिले में 1195 लोगों की मौत हुई। इनमें 724 पुरुष और 471 महिलाएं शामिल थी। मई महीने में जिले में 1714 लोगों की मौत हुई। इनमें 991 पुरूष और 721 महिलाएं शामिल थी।

औसतन हर गांव में 10 मौतें

जींद जिले में कुल 300 गांव हैं। अप्रैल और मई में जिले में हुई 2909 मौतों को देखा जाए तो हर गांव में औसतन 10 लोगों की मौत इन 2 महीनों के दौरान हुई। हालांकि कुछ गांव ऐसे भी थे, जहां मौतों की संख्या काफी ज्यादा थी। इस साल जनवरी महीने में जिले में 910 लोगों की मौत हुई। इनमें 581 पुरुष और 329 महिलाएं शामिल थी। फरवरी में 671 लोगों की मौत हुई। इनमें 424 पुरुष और 247 महिलाएं थी। मार्च महीने में जिले में 752 लोगों की मौत हुई। इनमें 492 पुरुष और 260 महिलाएं शामिल थी।

कुल मिलाकर इस साल जनवरी से मार्च तक के 3 महीने में जिले में 2333 लोगों की मौत हुई, जबकि अप्रैल और मई के 2 महीनों में ही इनसे कहीं ज्यादा 2909 लोगों की मौत हुई। इसे कोरोना महामारी से जोड़कर देखा जा रहा है। यह अलग बात है कि अप्रैल और मई में जिले में कोरोना से हुई मौतों की आधिकारिक संख्या 420 है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार अप्रैल महीने में जिले में 129 लोगों की कोरोना से जान गई तो मई में जिले में कोरोना से 291 लोगों की मौत हुई। डिप्टी सिविल सर्जन और कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. पालेराम कटारिया के अनुसार जिले में पिछले साल से अब तक कोरोना से 535 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के अलावा भी जिले में कुछ और बीमारियों से लोगों की जान गई हैं।


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