पढ़ लीजिए चिट एंड फंड कंपनी की ठगी का ये आइडिया, फिर नहीं सुनेंगे सक्सेस लोगों की कहानियां
जींद में करीब छह हजार लोगों से 20 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरडी एफडी में ज्यादा ब्याज का झांसा देकर चिट एंड फंड कंपनी ने ठगी की।
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद में चिट एंड फंड कंपनी ने छह हजार लोगों से 20 करोड़ रुपये ठग लिए। कंपनी ने सेमिनार करके सक्सेस लोगों की कहानियां सुनाई, इसके बाद निवेश करने के लिए प्रेरित किया। जब लोगों ने निवेश किया और रुपये वापस देने का समय आया तो कंपनी ताला लगाकर फरार हो गई। अब निवेशक पुलिस के चक्कर काट रहे हैं।
आरडी, एफडी पर ज्यादा ब्याज देने का झांसा देकर करीब 6 हजार लोगों को 20 करोड़ा का चूना लगाया गया। चिट फंड कंपनी केबीसीएल इंडिया लिमिटेड कंपनी के मैनेजर और कर्मचारी होटलों में सेमिनार करके कुछ लोगों की सफलता की कहानी सुनाकर अपने झांसे में लेते थे।
2014 से थे सक्रिय
कंपनी ने वर्ष 2014 में जींद के हुडा मार्केट में कार्यालय खोला था। ज्यादा कमीशन देने का लालच देकर करीब 1200 एजेंट भी बना लिए। उसके माध्यम से लोगों ने कंपनी में पांच से सात साल के लिए निवेश कर दिया। जब पैसे वापस देने का समय आया तो कंपनी अपना कार्यालय बंद करके चली गई।
एकजुट होने लगे निवेशक
चिट फंड कंपनियों से पीडि़त निवेशकों से मिलने के लिए राष्ट्रीय एकता फाउंडेशन की टीम जींद पहुंची। नेहरू पार्क में फाउंडेशन की अध्यक्ष रानी शेख की अध्यक्षता में निवेशकों ने बैठक की। उसमें सरकार से कंपनी संचालकों पर कार्रवाई करने के साथ ही उनके पैसे दिलाने की मांग की गई।
सरकार नहीं कर रही कोई कार्रवाई
रानी शेख ने बताया कि जींद में केबीसीएल इंडिया लिमिटेड कंपनी ने कार्यालय खोला था, जिसमें निवेशकों को सपने दिखाते हुए हजारों निवेशकों के पैसे जमा कराए गए। जब निवेशकों को पैसे वापस देने का समय आया, तो कंपनी ने कार्यालय बंद कर भूमिगत हो गई। निवेशक लगभग पांच वर्षों से कंपनी मालिकों को ढूंढ़ रहे हैं। कंपनी निवेशकों से आरडी एफडी के नाम पर पैसे इक_ा कर भाग गई, जबकि कंपनी रियल इस्टेट में पैसे लगाने का काम दिखा रही थी। सरकार निवेशकों का पैसे लेकर भागी कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
पूरे देश में सक्रिय हैं ऐसी कंपनी
राष्ट्रीय एकता फाउंडेशन चिट फंड कंपनियों से पीडि़त निवेशकों का मामला पूरे देश में उठा रहा है। इसी के चलते जींद निवासियों की मांग पर उसकी टीम यहां पहुंची है। पूरे मामले की जानकारी लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर मामले में न्याय दिलाने की मांग की जाएगी। अगर प्रशासन से समय रहते न्याय नही मिला तो मामले को सुप्रीम कोर्ट में केस दायर कर न्याय की मांग की जाएगी।
काफी लोगों से हो चुका फर्जीवाड़ा
निवेशक अजमेर शर्मा कुलदीप सिंह, दलबीर सिंह, सतबीर सिंह, संदीप कुमार, प्रवेश कुमार आदि ने बताया कि लगभग पांच वर्ष पहले केबीसीएल इंडिया लिमिटेड कंपनी के नाम से हुडा ग्राउंड जींद में एक कार्यालय खोला था। उसमें निवेशकों ने भारी मात्रा में पैसा जमा किया। जब निवेशकों को पैसे लौटाने का समय आया तो कंपनी कार्यालय को बंद कर भूमिगत हो गई। कंपनी में पैसे फंसा होने कारण अनेक निवेशक आत्महत्या तक कर चुके हैं। उन्होंने सरकार के प्रति रोष दिखाते हुए कहा कि सरकार ऐसी कंपनी मालिकों के खिलाफ सख्त नहीं है। सरकार क्यों उनको ऐसे कार्य करने की इजाजत देती है, जो जनता के खून पसीने की कमाई को लूटकर भाग जाते हैं।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप