भगवान श्रीराम को राजनीतिक और वोट बैंक का मुद्दा न बनाएं: बाबा रामदेव
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि किसी भी दल को भगवान श्रीराम के नाम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उनको वोट बैंक के नाम पर भी नहीं भुनाना चाहिए। वहीं उन्होंने कालाधन पर भी अफसोस जताया।
पानीपत, जेएनएन। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि किसी भी दल को भगवान श्रीराम का नाम राजनीतिक और वोट बैंक के तौर पर नहीं लेना चाहिए। राम के नाम पर देश में नफरत नहीं फैलनी चाहिए। हिंदुस्तान में करोड़ों लोगों के नाम राम और कृष्ण हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि राम कोई सांप्रदायिक हैं। उन्होंने ये बात मंगलवार को करनाल से सोनीपत जाते समय समालखा में महा¨सह गाहल्याण के फार्म हाउस पर पत्रकारों से बातचीत में कही।
बाबा रामदेव ने कहा कि ढाई हजार साल पहले के जो पुरुष हैं उनको हमें पंत निरपेक्षता की दृष्टि से देखना चाहिए। राम, कृष्ण, गाय, गीता व उपदेश सब गैर सांप्रदायिक हैं। इनके ऊपर किसी भी तरह की सांप्रदायिक मोहर नहीं लगानी चाहिए। राम जैसे हिंदुओं के पूर्वज हैं ऐसे ही मुस्लमानों के भी पूर्वज हैं। इसलिए इस मुद्दे का एक बार समाधान हो जाना चाहिए। कब तक इसको उठाए और फिर पटक दें। ये उठा पटक बंद होनी चाहिए।
कालाधन के सवाल पर अफसोस
कालाधन के सवाल पर अफसोस जताया बाबा रामदेव ने कालाधन के सवाल पर कहा कि मुझे अफसोस होता है कि आज राजनीति में भ्रष्टाचार, कालाधन, व्यवस्था परिवर्तन, आर्थिक, सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, महंगाई, बेरोजगारी व गरीबी जैसे मुद्दे छोड़कर सत्ता और विपक्ष वाले एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। ये दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा के नजदीकी होने के सवाल पर बाबा ने कहा कि मैं देश और देशवासियों के नजदीक हूं। पूछना है तो हरियाणा का पूछ लो बाबा रामदेव ने कहा कि पूछना है तो हरियाणा का पूछ लो। मैंने हरियाणा व देश का गौरव बढ़ाया है। कभी जात-पात का विष नहीं घोला है। फिर भी कुछ कहते हैं कि बाबा पता नहीं के कर देगा। उन्होंने डिकाडला में बनने वाले आचार्य कुलम पर कहा कि छोटी-छोटी बाधा आने से काम रुक जाते हैं। कुछ बाधाओं के चलते फाइल प्रशासनिक अधिकारियों के पास रुकी हुई हैं। इस मौके पर इनेलो नेता शशिकांत कौशिक, तहसीलदार बंसीलाल, नायब तहसीलदार अनिल कौशिक, नरेश कौशिक, मुकेश चौहान व सुभाष वर्मा मौजूद रहे।