राक्सेड़ा की कुतुब कॉलोनी की गलियों में भरा पानी, लोगों ने जताया रोष
आबादी का गंदा पानी तालाब में जाने के बजाय गलियों में भरा रहता है। लोगों का घर से निकलना दूभर हो रहा है। बीमारी फैलने का भी डर सता रहा है।
By Edited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 02:21 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 04:08 PM (IST)
जागरण संवाददाता, समालखा : राक्सेड़ा की कुतुब कॉलोनी का पंचायती तालाब कब्जे के कारण डेढ़ एकड़ में सिमट कर रह गया है। ग्रामीणों ने यहां मकान बना लिए हैं। वर्षो से तालाब की खोदाई भी नहीं हुई है। आबादी का गंदा पानी तालाब में जाने के बजाय गलियों में भरा रहता है। लोगों का घर से निकलना दूभर हो रहा है। बीमारी फैलने का भी डर सता रहा है। पीड़ितों ने समस्या का समाधान न होने पर बीडीपीओ दफ्तर में नारेबाजी कर रोष जताया। एक महीने से है समस्या पीड़ित इस्लाम, महबूब, नानू, उमेद, पंच राज कुमार, जमशेद, शरीफ, इलियास, गुरमख ¨सह, सराफत, सोहूद, जाहिद अली, रफीकन, शबनम, अनवरी आदि ने कहा कि कुतुब कॉलोनी के पंचायती जोहड़ पर कब्जा होने से अब गंदा पानी उसमें नहीं जाता है। इस कारण गलियां तालाब बन गई हैं। बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया है। 50 से अधिक घरों के साथ यह समस्या है। रात में सांप-कीड़ों के निकलने का भी डर रहता है। उन्होंने जोहड़ से कब्जा हटाने और तालाब की खुदाई करवाने की मांग प्रशासन से की है। पंचायत के पास फंड नहीं : सरपंच सरपंच जयप्रकाश शर्मा का कहना है कि कुतुब कॉलोनी के पास वाले जोहड़ के तीन चौथाई भाग पर कब्जा है। लोगों ने स्थायी मकान बना रखे हैं। पंचायत की ओर से तालाब की निशानदेही और कब्जा छुड़ाने का प्रस्ताव बीडीपीओ को महीनों पहले भेजा गया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पंचायत के पास तालाब की खुदाई के लिए फंड नहीं है। एसडीएम गौरव कुमार ने कहा कि बीडीपीओ को समस्या के समाधान के लिए कहा गया है। लोगों की मदद के लिए हर तरह से प्रयास किया जाएगा। गली में भरे गंदे पानी की निकासी करवाई जाएगी।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें