भाकियू में फूट के बाद राकेश टिकैत का बड़ा बयान, सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहे किसान
करनाल में भारतीय किसान यूनियन से फूट के बाद राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज पूरे देश में 36 बिरादरी के लोग कर्जदार है। बावजूद इसके सरकार विकास का राग अलाप रही है।
तरावड़ी(करनाल), संवाद सहयोगी। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज पूरे देश में 36 बिरादरी के लोग कर्जदार है, लेकिन सरकार विकास का राग अलाप रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के चलते किसान फिर से एक बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत नीलोखेड़ी के गांव सौंकड़ा में किसानों के राष्ट्रीय अधिवेशन में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के किसानों ने हिस्सा लिया।
आंदोलन की रूपरेखा बनाई जा रही है
राकेश टिकैत ने कहा कि फिर से किसान आंदोलन शुरू किया जाना है, फिलहाल इसकी रूपरेखा बनाई जा रही है और इसकी रणनीति हरिद्वार में होने वाले किसान सम्मेलन में तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन अगले माह जून में आयोजित किया जाएगा, जिसमें तय होगा कि फिर से किसान आंदोलन कब से शुरू किया जाए।
आम आदमी पार्टी ने भी वादे पूरे नहीं किए
पंजाब में किसानों के बोनस को लेकर चल रहे प्रदर्शन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले जो किसानों से वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं कर रही है। किसानों के मुताबिक उन्होंने गेहूं की फसल पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस मांगा था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस पर सहमति जताई थी लेकिन इसको लेकर अब तक कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है। राष्ट्रीय अधिवेशन में एक किसान ने कहा कि हमारी मांग है कि बासमती, मूंग की एमएसपी का नोटिफिकेशन जारी किया जाए। बिजली के प्रीपेड मीटर नहीं लगने चाहिएं। मंच से टिकैत ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रहेगी और किसानों के लिए हर तरह की लड़ाई लड़ी जाएगी।
36 बिरादरी पर कर्ज: रतनमान
भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक किसान सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है, जो किसानों को कर्ज मुक्त करेगा, वही देश पर राज करेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालातों में 36 बिरादरी पर कर्ज का कलेह है, कर्जमुक्त करने की सरकार को पहल करनी चाहिए। रतनमान ने बताया कि भारतीय किसाान यूनियन की प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है, नई कार्यकारिणी का गठन एक माह के भीतर कर दिया जाएगा।
विभिन्न किसान संगठनों के साथ-साथ जिन लोगों ने दिल्ली आंदोलन में सहयोग किया, उन लोगों को भी शामिल किया जाएगा, इस गठन के लिए एक 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा, जो हरियाणा के प्रत्येक जिले में पहुंचकर विचार-विर्मश करेगी। इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष रतनमान, प्रदेश महासचिव भूपेंद्र सिंह लाडी, भाकियू सरंक्षक जोगिंद्र सिंह झिंडा, नरवेर सिंह रत्तक, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रधान सराजूद्दीन, गुलजार सिंह अच्छनपुर, वचितर सिंह, मगर सिंह, संदीप सिंह ठरी मौजूद थे।