नशे की लत पुरी करने के लिए ट्रांसफार्मर चोरी की 72 वारदात कर डाली
नशे और अय्याशी के लिए सोनीपत के बनवासा के सुनील ने गिरोह बनाया और पांच साल में पानीपत में 12 व करनाल में 60 ट्रांसफार्मर चोरी की वारदात कर दी। ये खुलासा सुनील व उसके गुर्गे अश्वनी ने पुलिस रिमांड के दौरान किया है। सोमवार शाम को दोनों आरोपित को सीआइए-थ्री के हवलदार डिपी ने थर्मल के पास से चोरी की बाइक सहित काबू किया था और अदालत में पेश कर दो दिन का रिमांड लिया था।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नशे और अय्याशी के लिए सोनीपत के बनवासा के सुनील ने गिरोह बनाया। पांच साल में पानीपत में 12 और करनाल में 60 ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। ये वारदातें सुनील और उसके गुर्गे अश्वनी ने पुलिस रिमांड के दौरान कुबूल किया है। सोमवार शाम को दोनों आरोपित को सीआइए-थ्री के हवलदार डिपी ने थर्मल के पास से चोरी की बाइक सहित काबू किया था। अदालत में पेश कर दो दिन का रिमांड लिया था। 4 जनवरी 2020 को ये बाइक आरोपितों ने सोनीपत जिला के बोहला गांव के एक मकान से चोरी की थी।
दोनों आरोपितों को साथ लेकर सीआइए थ्री ने उनके तीसरे साथी गोहाना की खटीक बस्ती के सचिन को भी गिरफ्तार किया। तीनों आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। फरार आरोपित बनवासा के राकेश और सज्जन उर्फ काला की पुलिस तलाश कर रही है। सुनील के कुलदीप नगर के किराये से कमरे से पानीपत से 12 ट्रांसफार्मर के चोरी के सामान को बरामद कर लिया गया है। लॉकडाउन की वजह से वे चोरी के सामान को बेच नहीं पाए थे।
सुनील ने किराये के कमरे में रखा था चोरी का सामाने
सीआइए-थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया कि सुनील गांव की एक महिला के साथ कुलदीप नगर में लिव इन में रहा है। उसने चार साथियों के साथ गिरोह बनाया। करनाल के असंध, सालवन और जलमाणा क्षेत्र से ट्रांसफार्मर चोरी की 60 वारदात कर दी। वारदात से पहले मोबाइल को कमरे में छोड़ जाते थे। चोरी के सामान को सुनील के कमरे में रखा जाता था। इसलिए उसका हिस्सा औरो से 20 प्रतिशत ज्यादा होता था। सुनील का मानना था कि वे दूसरे जिलों में चोरी करेंगे तो पुलिस शक नहीं करेगी। इसलिए करनाल उनका पसंदीदा चोरी क्षेत्र रहा है। लॉकडाउन की वजह से वे करनाल नहीं जा पाए इसलिए पानीपत में ट्रांसफार्मर चोरी करने लगे।
लूट और डकैती के 26 मामले दर्ज हैं
आरोपित सुनील, अश्वनी और सचिन के खिलाफ सोनीपत, रोहतक और हांसी में चोरी, लूट और डकैती के 26 मामले दर्ज हैं। वे 2015 में जेल से छूटकर आए थे। तीन साल पहले उन्होंने हांसी में पेट्रोल पंप से बिनौला से भरा ट्रक चुरा लिया था। वे चोरी व लूट की वारदात करने के बाद उस क्षेत्र में दूसरी वारदात नहीं करते थे।
पानीपत में ये की ट्रांसफार्मर की चोरी की वारदात
- 26 जनवरी 2019 की रात बड़ौली गांव में धर्म सिंह के खेत से ट्रांसफार्मर चुराया।
-3 अक्टूबर 2019 की रात को तामशाबाद गांव में रणधीर के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-9 जनवरी 2020 की रात भंडारी गांव में रामेहर के खेत से ट्रांसफार्मर चुराया।
-8 जनवरी 2020 की रात भंडारी गांव में हरिचंद्र के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-27 जनवरी की रात अलुपुर गांव में हरिराम के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-30 जनवरी की रात नैन गांव में पृथीराम के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-11 फरवरी की रात भंडारी गांव में गोरधन के खेत से ट्रांसफार्मर चुराया।
-20 फरवरी 2020 की रात अलुपुर गांव में बारूराम के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-20 मई की रात भंडारी गांव में सुरेंद्र के खेत से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
- 6 जून की रात धर्मगढ़ गांव में पंचायती जमीन पर लगा ट्रांसफार्मर चुराया।
-8 मार्च की रात बराना गांव से ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-31 मई की रात मतरौली गांव में पंचायती जमीन पर लगा ट्रांसफार्मर चोरी किया।
-2 जून की रात जिला करनाल के ठरी गांव से ट्रांसफार्मर चोरी किया।