सात दिन से था लापता, रोहतक में मिला शव
भारत नगर के 18 वर्षीय युवक ने नहर में कूदकर दी जान। ुसाइड नोट में मौसेरे भाई को आत्महत्या के लिए ठहराया जिम्मेदार।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सात दिन पहले बबैल रोड भारत नगर से लापता 18 वर्षीय राहुल का शव शुक्रवार को रोहतक की जेएनएल नहर में मिला। शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि मौसेरे भाई मंजीत ने उसके घर के जेवर बेचकर बंदूक ली। उसी से मुझे डराता था। मेरी मौत का जिम्मेदार मंजीत है।
मृतक राहुल की मां प्रकाशी ने इस संबंध में अर्बन एस्टेट रोहतक थाने में शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि पति रामकुमार की मौत हो चुकी है। इकलौता बेटा राहुल फैक्ट्री में काम करता था। बीते शनिवार से वह लापता था। शुक्रवार को रोहतक पुलिस ने सूचना दी कि राहुल का शव नहर में मिला है। इसके बाद, पीजीआइ रोहतक जाकर उन्होंने दाहिने हाथ पर बने टैटू से बेटे के शव की पहचान की। पैंट की जेब से मोबाइल फोन और पोलीथिन में लिपटा सुसाइड नोट मिला। राहुल दो बहनों का इकलौता भाई था। दोनों बहनें पिकी और रिपी की शादी हो चुकी है। सुसाइड नोट का मजमून
मंजीत ने मेरे घर के जेवर बेच देसी बंदूक खरीदी, इसी से मुझे डराता था
जो मैं आज करने जा रहा हूं। उसमें किसी का कोई दोष नहीं है। मेरी मौत का कारण सिर्फ मंजीत मेरी मौसी का छोरा (बेटा) है। उसके दबाव में आकर मैं यह काम कर रहा हूं। मेरे घर की टूम (जेवर) है जो मंजीत ने बेच दी है। इससे मिले रुपयों से देसी बंदूक खरीद ली। इसी बंदूक से मंजीत मुझे डराता है। मैं कुछ नहीं बोला। उसे मेरे और मेरी रिश्तेदार दोस्त के बारे में पता था। जब मेरे और मेरी दोस्त के कारण उस पर अंगुली उठी तो उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी। हम दोनों को भगाने में भी मंजीत और उसकी पत्नी का ही हाथ है। मेरी मौत की जिम्मेदार सिर्फ मंजीत है और कोई नहीं। उस दिन बैंक में भी मंजीत मेरे साथ था, लेकिन सबके आने से पहले भाग गया था। मेरी दोस्त बहुत अच्छी लड़की है। मेरे दोस्त बेकसूर हैं। मेरे बारे में पुलिस किसी दोस्त को तंग न करे। प्लीज छोटी बहन, मामाजी और विशाल भाई को मेरा शव दे दिया जाए।
(राहुल)
नोट: सुसाइड नोट में लड़की के नाम की जगह दोस्त शब्द का इस्तेमाल किया गया है, ताकि उसकी पहचान उजागर न हो। रिश्तेदारी की युवती को ले गया था राहुल
बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले राहुल अपनी एक दूर की रिश्तेदार को साथ लेकर चला गया था। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। इसका कई लोगों ने विरोध भी किया था। वर्जन
प्रकाशी के बयान पर मंजीत के खिलाफ धारा 306 (आत्म हत्या के लिए मजबूर का मामला) दर्ज कर लिया है। केस की जांच किला थाना पुलिस पानीपत करेगी।
बलवंत सिंह, प्रभारी, अर्बन एस्टेट, रोहतक