अंबाला निगम के साथ वेबसाइट भी दे रही जनता को धोखा, पैसे पूरे काम अधूरे
अंबाला नगर निगम के ठेकेदारों को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ प्रापर्टी आइडी स्कैनिंग का काम करना था। लेकिन अब इस योजना पर कई सवाल खड़े होने लगे है। वहीं डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नगर निगम अधिकारियों के गले की फांस बनता जा रहा है।
अंबाला, जागरण संवाददाता। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नगर निगम अधिकारियों के गले की फांस बनता जा रहा है। जनता की सुविधा के लिए शुरू की गई इस योजना पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। अब इस मामले में खुद मेयर शक्तिरानी शर्मा ने अधिकारियों से जवाब मांगा है। दरअसल नगर निगम ने जिस ठेकेदार को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका दिया है उसे नियमानुसार प्रत्येक घर की प्रापर्टी आइडी स्कैन कर उसकी फोटो सर्वर पर अपलोड करनी थी ताकि यह सुनिश्चित हो सके की रोजाना हर घर से डोर टू डोर कूड़ा उठ रहा है।
ठेकेदारों के पसीने छूटे
इसी लिए वर्ष 2018-19 में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका 75 लाख रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 1.13 करोड़ रुपये प्रति माह किया गया था। करीब 50 फीसदी रेट इसीलिए बढ़ाया गया था ताकि ठेकेदार ट्विनसिटी के प्रत्येक घर के बाहर लगे क्यू आर कोड को स्कैन करे और उसकी फोटो सर्वर पर डालकर उसे सार्वजनिक करे। लेकिन योजना चलने के बाद ठेकेदार के पसीने छूट गए।
यह शर्त रखी गई थी
दिनभर में 40 से 50 फीसदी घरों की प्रापर्टी आइडी के क्यू आर कोड स्कैन हो पाते थे यानी इन्हीं घरों से कूड़ा उठ पाता था। इसी आधार पर नगर निगम अधिकारी जुर्माना लगाने लगे। लेकिन इसके बाद ठेकेदार ने इस स्कैनिंग सिस्टम को ही बंद कर दिया। जब ट्विन सिटी का अलग-अलग ठेका हुआ तो भी यह शर्त रखी गई थी और रेट में भी इजाफा किया गया था लेकिन न तो छावनी परिषद न ही नगर निगम अंबाला शहर कहीं भी ठेकेदार अब क्यू आर कोड स्कैनिंग कर डेली गारबेज रिपोर्ट यानी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन क्यू आर कोड स्कैनिंग रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही जबकि अब अकेले अंबाला शहर नगर निगम क्षेत्र का कूड़ा उठाए जाने पर ही 1.10 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि प्रति माह खर्च की जा रही है।
नगर निगम की वेबसाइट पर चल रही लाल रंग की पट्टी
नगर निगम और परिषद दोनों की वेबसाइट पर आज भी डेली गारबेज क्लेक्शन रिपोर्ट के नाम से लाल रंग की पट्टी वेबसाइट पर चल रही है। लेकिन इसे ओपन करके देखने पर कुछ भी नहीं आता। यानी वेबसाइट पर केवल कालम-कालम ही चलाया जा रहा है रिपोर्टिंग नहीं हो रही। जबकि पैसे पूरे लिए जा रहे हैं।
मेयर के अनुसार
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए जो मानक निर्धारित किए गए थे उनकी अनुपालना नहीं हो पा रही है। क्यू आर कोड स्कैनिंग तो किसी भी प्रापर्टी की नहीं हो रही है। इस बारे में अधिकारियों से जवाब मांगा गया है। वेबसाइट पर यदि डेली गारबेज रिपोर्ट का कालम है तो उसपर हर हाल में काम होना चाहिए। क्यों नहीं हो रहा इस बारे में भी जवाब मांगा जाएगा।
----शक्तिरानी शर्मा, मेयर नगर निगम।